अजमेर – 100 से ज्यादा छात्राओं के साथ दुष्कर्म मामला, 32 साल बाद मिला इंसाफ, छह आरोपियों को उम्रकैद की सजा
अजमेर 20 / 08 / 2024 (शब्द )
“अजमेर में ब्लैकमेल कांड के 6 आरोपियों को आजीवन कारावास व पाँच पाँच लाख आर्थिक दंड की सुनाई सजा: अधिवक्ताओं ने बताया ऐतिहासिक फैसला”
अजमेर के बहुचर्चित रहे 1992 के ब्लैकमेल कांड के 6 आरोपियों को आज पास्को कोर्ट संख्या 2 विशेष न्यायालय में दोषी करार देते हुये कोर्ट ने आजीवन कारावास व 5 -5 लाख प्रति आरोपी को आर्थिक दंड की सजा सुनाई गई।
इन छ: आरोपियों में नफीस चिश्ती , नसीम , इकबाल भाटी, सलीम चिश्ती, सोहेल गनी, सैयद जमीर हुसैन शामिल हैं व अलमास महाराज फरार है।
ब्लैकमेल कांड में 18 आरोपियों के खिलाफ शिकायत हुयी थी जिसमें न्यायालय ने 9 आरोपियों को पूर्व में आजीवन कारावास की सजा दी थी व 6 आरोपियों को आज सजा सुनाई है। 1 ने फांसी लगा ली थी और एक फरार है ।
ये आरोपी 11 से 20 साल की उम्र की लड़कियों के साथ गंगरेप कर उनके अश्लील छायाचित्र बनाते थे और उन्हें वायरल करने के नाम की धमकी देकर उनकी सहेलियों को अगली बार लाने लाने के लिए उन पर दबाव बनाते थे और उन्हें ब्लैकमेल करते थे।
क्या है मामला
दरअसल, अजमेर के एक गैंग ने 1992 में स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाली करीब 250 लड़कियों की नग्न तस्वीरें हासिल की। फिर उन्हें लीक करने की धमकी देकर 100 से अधिक छात्राओं के साथ गैंगरेप किया।
गैंग के लोग स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं को फार्महाउस पर बुलाते थे। उनके साथ गैंगरेप करते थे। कई स्कूल तो अजमेर के जाने-माने प्राइवेट स्कूल थे। एक अखबार ने जब इसका खुलासा किया तो मामला सामने आया।
इन बच्चियों की उम्र उस समय 11 से 20 साल की हुआ करती थी। फिलहाल मामले में 4 आरोपी पूर्व में सजा काट चुके हैं। फैसले को लेकर बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता कोर्ट के बाहर मौजूद रही ।