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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय पर सेमिनार, छात्रों ने उपयोगिता को प्रोजेक्ट व व्याख्यान से समझाया

“शेरशाह महाविद्यालय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर सेमिनार: छात्रों ने उपयोगिता और दुष्प्रभावों पर की चर्चा”

शेरशाह महाविद्यालय सासाराम के बीसीए विभाग द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर सेमिनार का आयोजन किया गया। बीसीए विभाग के छात्र छात्राओं ने विभिन्न क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की उपयोगिता और जरूरतों पर बेहतर तरीके से प्रस्तुत किया।  साथ ही साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दुष्प्रभाव के बारे में भी बताया।

प्रोजेक्ट के माध्यम से समझाया।       इसके पूर्व महाविद्यालय के प्रधानाचार्य ने सेमिनार का उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम होने छात्र छात्राओं को नए नए तकनीक सीखने को मिलती है और छात्र छात्राएं भी अपनी योग्यता दिखा पाते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह कार्यक्रम होने छात्र छात्राएं प्रोत्साहित होते हैं।

वहीं छात्रों द्वारा प्रस्तुति के बाद उन्हें पुरस्कृत करने के लिए डॉ. सुप्रिया कुमारी कोऑर्डिनेटर आइक्यूएसी सह विभागाध्यक्ष रसायन शास्त्र सह  नोडल ऑफिसर एईसीटीई के अलावा डॉ. राकेश कुमार विभागाध्यक्ष हिंदी, डॉ. मृत्युंजय कुमार सिंह विभागाध्यक्ष दर्शनशास्त्र को प्रधानाचार्य द्वारा जज नियुक्त किया गया था। 

  वही बीसीए विभाग के प्रोफेसर अनुपम कुमार ने बताया की आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का विस्तार हो रहा है। बताया की किन किन क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है इन्ही मुद्दों पर छात्र छात्राओं ने अपना विचार रखा।

वही बीसीए विभाग के विभागाध्यक्ष दीपक कुमार ने छात्र छात्राओं को इंटेलिजेंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे और नुकसान दोनों विषय पर चर्चा किया। मौके पर महाविद्यालय के पुस्तकालयाध्यक्ष सच्चिदानंद सिंह, राजीव रंजन सिन्हा , सतीश चंद्र, मनीषा कुमारी, सूरज कुमार तिवारी, डॉ विद्या शंकर आदि उपस्थित रहे। वीडियो: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय पर आयोजित सेमिनार में शामिल लोग।

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