इजरायली हमले में मारा गया हिजबुल्लाह नेता नसरल्लाह का उत्तराधिकारी: मीटिंग के दौरान बना निशाना, IDF का ऐलान
इजरायल के रक्षा बल (IDF) ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है कि उन्होंने हिजबुल्लाह के एक प्रमुख नेता को लक्षित कर हमले में मार गिराया है। यह नेता हिजबुल्लाह के महासचिव हसन नसरल्लाह का संभावित उत्तराधिकारी माना जाता था। यह घटना हिजबुल्लाह के लिए एक बड़ा झटका है, जो इस समय इजराइल के साथ तनावपूर्ण संबंधों में है।
मीटिंग के दौरान हुआ हमला
IDF के अनुसार, यह हमला उस समय हुआ जब हिजबुल्लाह के नेता एक मीटिंग में शामिल थे। इस हमले को इजरायल की गुप्तचरी और खुफिया जानकारी के आधार पर अंजाम दिया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले में हिजबुल्लाह का एक अन्य वरिष्ठ कमांडर भी गंभीर रूप से घायल हुआ है।
हिजबुल्लाह की प्रतिक्रिया
हिजबुल्लाह ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और इसे इजरायल के खिलाफ एक “बड़ा अपराध” करार दिया है। संगठन ने कहा है कि वे इस हमले का उचित जवाब देंगे और इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं। हिजबुल्लाह ने अपने समर्थकों को भी शांत रहने की अपील की है, लेकिन साथ ही कहा है कि वे इस हमले के प्रतिशोध में कार्यवाही करेंगे।
इजरायल का सुरक्षा दृष्टिकोण
IDF ने इस हमले के पीछे के कारणों को बताते हुए कहा है कि हिजबुल्लाह आतंकवादी गतिविधियों में शामिल है और यह इजरायल के लिए खतरा बना हुआ है। इजरायल सरकार ने इस कार्रवाई को अपनी सुरक्षा नीति का हिस्सा बताया है, जिसका उद्देश्य देश की सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।
क्षेत्रीय स्थिति पर असर
यह हमला मध्य पूर्व में सुरक्षा स्थिति को और भी तनावपूर्ण बना सकता है। हिजबुल्लाह का एक महत्वपूर्ण नेता मारे जाने के बाद, यह आशंका जताई जा रही है कि इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष और बढ़ सकता है। विश्लेषकों का मानना है कि यह स्थिति न केवल इजराइल-लेबनान सीमा पर, बल्कि पूरे क्षेत्र में स्थिरता के लिए चुनौती बन सकती है।
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संबंध कितने जटिल और तनावपूर्ण हैं, और इस तरह की घटनाएं आने वाले दिनों में क्षेत्रीय राजनीति को प्रभावित कर सकती हैं।