कनाडा की ट्रूडो सरकार ने इमिग्रेशन नीति में गलतियां स्वीकार कीं
कनाडा की ट्रूडो सरकार ने अपनी इमिग्रेशन नीति में हुई खामियों को स्वीकार किया है। हाल के वर्षों में, कई आव्रजन मुद्दों ने देश और विदेश में विवाद उत्पन्न किया, जिनमें वीजा प्रोसेसिंग में देरी, अप्रवासियों के साथ भेदभाव के आरोप, और अप्रवासन नीतियों में पारदर्शिता की कमी शामिल हैं।
इमिग्रेशन नीति की समस्याएं
- वीजा प्रोसेसिंग में देरी:
कनाडा आने वाले छात्रों और श्रमिकों को वीजा मिलने में अत्यधिक देरी का सामना करना पड़ा है। - पारदर्शिता की कमी:
अप्रवासियों के लिए बनाए गए कई नियम स्पष्ट नहीं थे, जिससे उनके आवेदन रद्द होने के मामले बढ़े। - अप्रवासियों की चुनौतियां:
नए अप्रवासियों को नौकरी, आवास, और स्वास्थ्य सुविधाओं जैसी बुनियादी सेवाओं तक पहुंचने में कठिनाई का सामना करना पड़ा।
सरकार की स्वीकारोक्ति
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने एक बयान में कहा कि उनकी सरकार इमिग्रेशन प्रणाली को अधिक प्रभावी और मानवीय बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि गलतियों को सुधारने और प्रक्रिया को तेज़ और पारदर्शी बनाने के लिए सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे।
सुधार के लिए उठाए गए कदम
- प्रोसेसिंग टाइम में कमी:
सरकार ने वीजा प्रोसेसिंग समय को कम करने के लिए नई तकनीकों और अतिरिक्त कर्मचारियों की नियुक्ति का वादा किया है। - नए नियमों की स्पष्टता:
अप्रवासियों के लिए नियमों और प्रक्रियाओं को सरल और स्पष्ट बनाने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे। - समर्थन सेवाओं में सुधार:
अप्रवासियों को बेहतर सहायता प्रदान करने के लिए आवास, स्वास्थ्य सेवाओं, और नौकरी की उपलब्धता में सुधार लाने की योजना बनाई गई है।
निष्कर्ष
कनाडा की ट्रूडो सरकार द्वारा अपनी गलतियों को स्वीकार करना और सुधारात्मक कदम उठाने का वादा करना एक सकारात्मक संकेत है। यह कदम अप्रवासियों के लिए कनाडा को और अधिक स्वागतयोग्य और समावेशी बनाने की दिशा में सहायक होगा।