गाँधी जयंती पर 27 टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों के प्रधानों को किया गया सम्मानित
“कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी अरविन्द मल्लपा बंगारी सहित प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन करते हुए पुष्प अर्पित किए”
आगरा में सत्य और अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गॉधी की 155 वीं और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 120 वीं जयंती पर विभिन्न कार्यक्रम और विचार गोष्ठियों का आयोजन किया गया।कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी अरविन्द मल्लपा बंगारी सहित प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन करते हुए पुष्प अर्पित किए और रामधुन \”रघुपति राघव राजा राम\” की संगीतमय प्रस्तुति दी गई।
इस दौरान प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर शुरु किये गए टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत लक्ष्य को पूरा करने में आगरा की ग्राम पंचायतों द्वारा सराहनीय कार्य किया गया जिसके बाद जाने 27 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त ग्राम पंचायत घोषित किये जाने पर जिलाधिकारी द्वारा प्रधानों को प्रशस्ति पत्र और महात्मा गांधी की प्रतिमा देकर सम्मानित किया..अवसर पर आयोजित गोष्ठी में जिलाधिकारी अरविन्द मल्लपा बंगारी ने कहा कि महात्मा गांधी महान स्वतंत्रता सेनानी ही नहीं वरन उच्च कोटि के दार्शनिक भी थे. उन्होंने देश के लिए अपना सब कुछ त्याग कर दिया था , उनके सत्य, अहिंसा, ट्रस्टीशिप का सिद्धांत और आचरण भारतीयता पर आधारित था, कोई भी राष्ट्र अपनी मूल संस्कृति और जड़ों का अनुसरण कर ही महान बनता है।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी भारतीयता के मूल की बात करते थे और महिला सशक्तिकरण के लिए भी काम किया।
