तीसरे विश्व युद्ध की तैयारी में पुतिन! अमेरिका तक मार करने वाली यार्स मिसाइल के साथ परमाणु युद्धाभ्यास, जानें कितनी खतरनाक
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में एक बड़ा कदम उठाते हुए अपने देश के सैन्य बलों के साथ परमाणु युद्धाभ्यास किया है। इस अभ्यास के दौरान अमेरिका तक मार करने वाली यार्स मिसाइलों का परीक्षण किया गया है, जिससे तीसरे विश्व युद्ध की आशंका और भी बढ़ गई है।
यार्स मिसाइल का महत्व
यार्स मिसाइल, जिसे RS-24 Yars भी कहा जाता है, एक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है, जिसे विशेष रूप से रूस के रणनीतिक बलों के लिए विकसित किया गया है। यह मिसाइल लगभग 11,000 किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को भेदने की क्षमता रखती है, जिससे यह अमेरिका और अन्य देशों के लिए एक गंभीर खतरा बन जाती है। इसकी क्षमता और तकनीकी विशेषताएं इसे विश्व की सबसे खतरनाक मिसाइलों में से एक बनाती हैं।
परमाणु युद्धाभ्यास का आयोजन
पुतिन ने इस युद्धाभ्यास के दौरान यह सुनिश्चित किया कि रूस की परमाणु क्षमता को विश्व के सामने प्रदर्शित किया जाए। इस अभ्यास में रूस के विभिन्न सैन्य इकाइयों ने भाग लिया, और इसमें यार्स मिसाइलों का उपयोग करते हुए कई सफल परीक्षण किए गए। पुतिन ने इस अवसर पर कहा कि रूस अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है और किसी भी संभावित आक्रमण का सामना करने के लिए आवश्यक उपाय करेगा।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस अभ्यास के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता बढ़ गई है। पश्चिमी देशों, विशेष रूप से अमेरिका, ने इसे युद्ध की तैयारी के रूप में देखा है और इस पर चिंता व्यक्त की है। अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि यदि रूस अपनी सैन्य ताकत को इस तरह से बढ़ाता रहा, तो इससे वैश्विक सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
क्या है इसके पीछे की रणनीति?
विश्लेषकों का मानना है कि पुतिन का यह कदम अमेरिका और नाटो देशों को एक स्पष्ट संदेश देने का प्रयास है कि रूस अपनी रक्षा क्षमता को बढ़ाने के लिए गंभीर है। यह कदम यूक्रेन में चल रहे संघर्ष और पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों के बीच एक रणनीतिक प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है।
