भारत-चीन रक्षा मंत्रियों की लाओस में संभावित भेंट पर एक्सपर्ट की राय: सीमा विवाद सुलझाने का अवसर
लाओस में जल्द ही एक महत्वपूर्ण बैठक में भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों की मुलाकात होने की संभावना जताई जा रही है। यह मुलाकात ऐसे समय में हो सकती है जब दोनों देशों के बीच सीमा विवाद और तनावपूर्ण संबंधों के मुद्दे पर चर्चा की सख्त आवश्यकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बैठक में सीमा विवाद पर चर्चा के अलावा दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली और तनाव कम करने पर भी ध्यान दिया जा सकता है।
विश्लेषकों के अनुसार, इस मुलाकात से दोनों देशों के संबंधों में सुधार की उम्मीद की जा सकती है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि दोनों पक्ष विवाद सुलझाने के लिए ठोस कदम उठाएं। भारत और चीन के बीच पिछले कुछ वर्षों से सीमा पर तनाव बढ़ता गया है, जिसमें गलवान घाटी की घटना के बाद से स्थिति और भी संवेदनशील हो गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि दोनों देशों के रक्षा मंत्री सकारात्मक रुख अपनाते हैं, तो इससे क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम करने में मदद मिलेगी।
लाओस में होने वाली यह मुलाकात अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि भारत और चीन एशिया की दो बड़ी शक्तियाँ हैं, और उनके रिश्तों का असर पूरे क्षेत्र पर पड़ सकता है।