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विश्व मत्स्य पालन दिवस: जलीय कृषि और समुद्री खाद्य उद्योग में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने का उद्देश्य

आज 21 नवंबर को विश्व मत्स्य पालन दिवस मनाया जा रहा है। यह दिन जलीय संसाधनों के संरक्षण, मत्स्य पालन के विकास, और समुद्री खाद्य उद्योग में व्यापार को बढ़ावा देने के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए समर्पित है।

विश्व मत्स्य पालन दिवस का महत्व

  • यह दिन मछुआरों और जलीय कृषि में लगे लोगों के योगदान को सम्मानित करने का एक अवसर है।
  • मत्स्य पालन दुनिया भर में लाखों लोगों के लिए आजीविका का स्रोत है और वैश्विक खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

2024 का थीम

इस वर्ष विश्व मत्स्य पालन दिवस का मुख्य उद्देश्य “जलीय कृषि और समुद्री खाद्य उद्योग में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देना” है। इसका फोकस टिकाऊ मत्स्य पालन और जलीय संसाधनों के बेहतर प्रबंधन पर है।

जलीय कृषि और समुद्री खाद्य उद्योग में भारत का योगदान

  • भारत मत्स्य पालन के क्षेत्र में दुनिया के अग्रणी देशों में से एक है।
  • देश का समुद्री खाद्य उद्योग वैश्विक निर्यात में अहम भूमिका निभाता है, विशेष रूप से झींगा (Shrimp) जैसे उत्पादों के लिए।
  • मत्स्य पालन भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का एक बड़ा स्रोत है।

विश्व मत्स्य पालन दिवस पर प्रमुख पहलें

  1. टिकाऊ मत्स्य पालन: समुद्री और मीठे पानी के संसाधनों का संरक्षण।
  2. तकनीकी उन्नति: मछली उत्पादन बढ़ाने और गुणवत्ता सुधार के लिए नई तकनीकों का उपयोग।
  3. व्यापार को बढ़ावा: समुद्री खाद्य उत्पादों के निर्यात को बढ़ाने पर जोर।
  4. मछुआरों का सशक्तिकरण: बेहतर उपकरण, वित्तीय सहायता, और प्रशिक्षण उपलब्ध कराना।

मत्स्य पालन और पर्यावरण संरक्षण

  • मत्स्य पालन के टिकाऊ विकास के लिए जलीय पारिस्थितिकी तंत्र का संतुलन बनाए रखना जरूरी है।
  • समुद्री प्रदूषण और अत्यधिक मत्स्य शिकार (Overfishing) पर रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।

देशभर में आयोजनों की झलक

  • मत्स्य पालन दिवस पर कार्यशालाओं, सेमिनारों और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
  • मछुआरों और समुद्री उत्पादों के व्यापारियों को विशेष सम्मान दिया जा रहा है।

निष्कर्ष

विश्व मत्स्य पालन दिवस हमें यह याद दिलाता है कि जलीय संसाधन न केवल हमारे भोजन और रोजगार का स्रोत हैं, बल्कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए भी आवश्यक हैं। समुद्री खाद्य उद्योग में व्यापार को बढ़ावा देना और जलीय पारिस्थितिकी तंत्र को सुरक्षित रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।

आइए, इस अवसर पर टिकाऊ मत्स्य पालन और समुद्री खाद्य उद्योग के विकास में योगदान दें।

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