सामूहिक दुष्कर्म के बाद बालिका की हत्या, थाने के पास शव रखकर लगाया जाम, हंगामा
“शिक्षक व उसके चार साथियों ने लखनऊ में सामूहिक दुष्कर्म के बाद बालिका की हत्या की थी। बालिका का थाने के पास शव रखकर परिजनों व ग्रामीणों ने जाम लगाया। पांच लाख मुआवजा, जमीन का पट्टा और सख्त सजा के आश्वासन पर परिजन शांत हुए”
अनुसूचित जाति की बालिका की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना में गुरुवार को परिजनों व ग्रामीणों ने हंगामा किया। शव को लखनऊ जिले की सीमा में रहीमाबाद थाने के पास सड़क पर शव रखकर चार घंटे हंगामा किया। अधिकारियों ने परिजनों की विधायक से बात कराई। उन्होंने पांच लाख की आर्थिक मदद और डेढ़ बीघा जमीन का पट्टा दिलाने का आश्वासन दिया तब लोग शांत हुए और अंतिम संस्कार किया।
औरास थानाक्षेत्र के एक गांव में रहने वाली 14 साल की बालिका को प्राथमिक विद्यालय में तैनात इंचार्ज शिक्षक सौरभ सिंह आठ जुलाई को काम दिलाने और बदले में छह हजार रुपये हर महीने देने की बात कहकर अपने घर लखनऊ में एल्डिको स्थित 1111-सी उपहार उपवन ले गया था। मंगलवार रात बालिका की हालत बिगड़ी तो उसे लोकबंधु अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था। बालिका के भाई ने शिक्षक पर बहन से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का आरोप लगाकर लखनऊ के पीजीआई थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
बुधवार रात करीब 10:30 बजे शव गांव पहुंचा तो चीख पुकार मच गई। गुरुवार दोपहर 1:30 बजे परिजन और गांव के लोग शव को ट्रैक्टर-ट्रॉली में रखकर जिले की सीमा से लगे लखनऊ के रहीमाबाद थाने के पास ले गए। यहां हरदोई-लखनऊ मार्ग पर शव रखकर जाम लगा दिया और उच्चाधिकारियों को बुलाने की मांग की।
हसनगंज एसडीएम रामदेव निषाद, सीओ बांगरमऊ अरविंद चौरसिया, नायब तहसीलदार आशुतोष पांडेय और पूजा अग्निहोत्री पुलिस बल के साथ पहुंरीं। मृतका के भाई ने 10 लाख रुपये मुआवजा, पांच बीघा जमीन का पट्टा, सरकारी नौकरी और आराेपी को फांसी की सजा की मांग की।
लखनऊ के रहीमाबाद एसओ अनुभव सिंह ने आरोपी को गिरफ्तार करने की जानकारी दी। परिजन एनकाउंटर की मांग करने लगे। इस पर बांगरमऊ सीओ ने मोहान विधायक ब्रजेश रावत की मृतका के भाई से फोन पर बात कराई। विधायक ने पांच लाख रुपये, डेढ़ बीघा जमीन का पट्टा और आरोपी को सख्त सजा दिलाने का आश्वासन दिया तब लोग शाम 5:30 बजे शांत हुए। इसके बाद शव का गांव में घर के पास अंतिम संस्कार कर दिया।
बीएसए ने शिक्षक को किया निलंबित
आरोपी शिक्षक सौरभ सिंह पर रिपोर्ट दर्ज होने और उसे जेल भेजे जाने के बाद बीएसए संगीता सिंह ने उसे निलंबित कर दिया है। शिक्षक पर सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट का मामला उनकी जानकारी में आने के बाद आगे की कार्रवाई के लिए शिक्षक की पूरी रिपोर्ट शिक्षा महानिदेशक को भेजी है।
पिता की हो चुकी है मौत, मां मानसिक बीमार
बालिका के पिता की पांच साल पहले मौत हो चुकी है। मां मानसिक बीमार हैं। भाई ही घर संभालता था। भाई का हाथ बंटाने के लिए वह शिक्षक के साथ नौकरी करने गई थी। मृतका चार भाई-बहनों में दूसरे नंबर की थी।
शिक्षक पर लगते रहे हैं आरोप
बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या करने वाले आरोपी शिक्षक पर पहले भी कई आरोप लगे हैं। उसने साल 2010 में शिक्षक ने बीटीसी के प्रशिक्षण के दौरान डायट प्रवक्ता आलोक तिवारी को थप्पड़ मारा था। इसमें वह निष्कासित किया गया था। यही नहीं डायट गेट के बाहर लड़कियों से छेड़छाड़ का भी आरोप लगा था।
वर्ष 2014 में बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी मिलने के बाद पहली पोस्टिंग बांगमऊ में हुई। वर्ष 2016 में आपसी सहमति से पारस्परिक स्थानांतरण कराकर औरास ब्लॉक में तबादला कराया था। इसके बाद साल 2023 में इंचार्ज शिक्षक के पद पर पदोन्नति हुई थी।