महाराष्ट्र में थ्रस्ट सेक्टर और उच्च प्रौद्योगिकी में 1.35 लाख करोड़ के निवेश प्रस्तावों को मंजूरी
महाराष्ट्र में 1.35 लाख करोड़ के निवेश प्रस्तावों को मंजूरी, औद्योगिक विकास को मिलेगा नई गति
“महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडलीय उपसमिति की बैठक में 19 प्रस्तावों में से 17 को मंजूरी दी गई, जिनमें से कई बड़े और अत्यधिक महत्व के प्रोजेक्ट्स हैं। इन प्रस्तावों के तहत 1.35 लाख करोड़ रुपये का निवेश महाराष्ट्र में आने वाला है, जिससे करीब एक लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की संभावना है।”
उद्योगों के लिए विशेष प्रोत्साहन और समर्थन
मंत्रिमंडलीय उपसमिति की बैठक में विशेष प्रोत्साहन के साथ थ्रस्ट सेक्टर और उच्च प्रौद्योगिकी में निवेश के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। मुख्यमंत्री फडणवीस ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार निवेशकों को आकर्षित करने और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न करने के लिए प्रतिबद्ध है। इन परियोजनाओं से राज्य में औद्योगिक आधार मजबूत होगा और युवाओं को तकनीकी और व्यावसायिक क्षेत्र में नई संभावनाएं मिलेंगी।
महाराष्ट्र को निवेश के प्रमुख गंतव्य के रूप में देखेंगे निवेशक
महाराष्ट्र में निवेश की यह नई लहर राज्य को औद्योगिक और आर्थिक विकास में एक कदम आगे बढ़ाने में मदद करेगी। राज्य सरकार का यह कदम महाराष्ट्र को निवेश के लिए देश के सबसे पसंदीदा गंतव्यों में बनाए रखने में मदद करेगा। यह पहल राज्य की औद्योगिक क्षमता और विकास को नई दिशा देने का काम करेगी।
थ्रस्ट सेक्टर और उच्च प्रौद्योगिकी में निवेश
महाराष्ट्र सरकार ने जिन परियोजनाओं को मंजूरी दी है, वे थ्रस्ट सेक्टर और उच्च प्रौद्योगिकी आधारित हैं। इनसे राज्य में तकनीकी नवाचार, अनुसंधान और विकास को बढ़ावा मिलेगा। ये निवेश सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रिक वाहन, लिथियम आयन बैटरी, टेक्सटाइल, ग्रीन स्टील, अंतरिक्ष और रक्षा सामग्री जैसे प्रमुख क्षेत्रों में किया जाएगा।
निवेशकों के लिए विशेष लाभ
इससे पहले राज्य सरकार ने उद्योगों को पूंजी सब्सिडी, बिजली शुल्क रियायत, ब्याज दर रियायत, औद्योगिक प्रोत्साहन सब्सिडी और भविष्य निधि की वापसी जैसी सुविधाएं देने का निर्णय लिया है। इन प्रोत्साहनों के माध्यम से निवेशकों को राज्य में निवेश करने के लिए और अधिक आकर्षित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, थ्रस्ट सेक्टर में परियोजनाओं की संख्या 22 से बढ़ाकर 30 कर दी गई है।
प्रमुख कंपनियां और निवेश प्रस्ताव
राज्य में जिन कंपनियों और परियोजनाओं को मंजूरी मिली है, उनमें प्रमुख नाम शामिल हैं:
- पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजी (नवी मुंबई)
- जुपिटर रिन्यूएबल (नागपुर)
- रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (नागपुर)
- मेसर्स बीएसएल सोलर (नागपुर)
- हुंडई मोटर इंडिया (पुणे)
- एयर लिक्विड इंडिया होल्डिंग (पुणे)
- एस्सार एक्सप्लोरेशन एंड प्रोडक्शन लिमिटेड (रायगढ़)
- बालासोर अलॉयज लिमिटेड (रायगढ़)
- सुरजागड़ इस्पात (गढ़चिरौली)
इन परियोजनाओं के माध्यम से राज्य में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला मजबूत होगी।
रोजगार सृजन और कौशल विकास
इन निवेश प्रस्तावों से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, जिससे राज्य में युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। इसके साथ ही, उद्योगों में कौशल विकास के नए रास्ते खुलेंगे, जो स्थानीय श्रमिकों के लिए फायदेमंद होंगे। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि इन परियोजनाओं से राज्य की औद्योगिक प्रगति और आर्थिक विकास को एक नई दिशा मिलेगी।
राज्य की औद्योगिक और आर्थिक प्रगति
राज्य में इन निवेश प्रस्तावों से औद्योगिक विकास को नई दिशा मिलने की उम्मीद है। इससे राज्य के आर्थिक विकास में तेजी आएगी और अन्य क्षेत्रों में भी निवेश की संभावनाएं बढ़ेंगी। राज्य सरकार की यह पहल न केवल उद्योगों के लिए सहायक होगी, बल्कि राज्य के नागरिकों के लिए रोजगार और विकास की नई संभावनाएं भी उत्पन्न करेगी।
“महाराष्ट्र सरकार का यह निवेश निर्णय राज्य के औद्योगिक और आर्थिक विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा। निवेशकों को आकर्षित करने और रोजगार सृजन के उद्देश्य से सरकार ने थ्रस्ट सेक्टर और उच्च प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश को मंजूरी दी है। इससे न केवल राज्य के औद्योगिक क्षेत्र को मजबूती मिलेगी, बल्कि महाराष्ट्र को एक अग्रणी औद्योगिक राज्य के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी।”
