एयूआरआईसी में सीआईआई की साझेदारी से 20,000 वर्ग फुट में कौशल विकास केंद्र की स्थापना, उद्योग विकास को मिलेगा नया बल
सीआईआई और डीपीआईआईटी की साझेदारी से एयूआरआईसी में स्थापित होगा कौशल विकास केंद्र
“औद्योगिक क्षेत्र के विकास और युवाओं के कौशल को नई ऊंचाई देने के लिए केंद्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के सहयोग से औरंगाबाद औद्योगिक शहर (एयूआरआईसी) में 20,000 वर्ग फुट क्षेत्र में एक कौशल विकास केंद्र की स्थापना की जा रही है। डीपीआईआईटी (उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग) के सचिव श्री अमरदीप सिंह भाटिया ने 12 जुलाई 2025 को अपने छत्रपति संभाजी नगर दौरे के दौरान इस बात की जानकारी दी। यह केंद्र अगले सप्ताह होने वाले समझौता ज्ञापन (MoU) के माध्यम से आधिकारिक रूप से शुरू किया जाएगा।”
औद्योगिक प्रगति और स्टार्टअप्स के लिए ठोस रणनीति
सचिव ने इस दौरे के दौरान एयूआरआईसी में औद्योगिक बुनियादी ढांचे और स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र की समीक्षा की। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि क्षेत्र में वैश्विक क्षमता केंद्र (GCC) और अनुसंधान एवं विकास (R&D) केंद्र स्थापित करने से नवाचार और निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
औद्योगिक निकायों की भागीदारी और सिफारिशें
सीआईआई, फिक्की, एसोचैम, सीएमआईए और एमएएसआईए जैसे प्रतिष्ठित निकायों के साथ सचिव की अध्यक्षता में इंडस्ट्री कनेक्ट सत्र आयोजित किया गया। इस दौरान प्रमुख सिफारिशें दी गईं:
1. कनेक्टिविटी सुधार
- औरंगाबाद-हैदराबाद-चेन्नई के बीच तेज़ कनेक्टिविटी
- बिडकिन में वंदे भारत टर्मिनल
- जालना-वालुज के बीच लोकल ट्रेन सेवा
2. एमएसएमई और स्टार्टअप्स को भूमि आरक्षण
- एमएसएमई के लिए भूमि आरक्षण 10% से बढ़ाकर 40%
- स्टार्टअप्स के लिए 10% भूमि आरक्षित करने का सुझाव
3. लॉजिस्टिक्स और MRO सुविधाओं में सुधार
- बिडकिन क्षेत्र में लॉजिस्टिक्स नेटवर्क को मजबूत करना
- MRO (Maintenance, Repair, Overhaul) सुविधाओं का विकास
राज्य सरकार की रणनीति
महाराष्ट्र उद्योग विभाग के सचिव डॉ. पी. अनबालागन ने एमआईटीएल और एमएमएलपी जैसी पहलों की जानकारी दी। उन्होंने राज्य के औद्योगिक विकास के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया और कहा कि महाराष्ट्र को वैश्विक विनिर्माण हब बनाने की दिशा में सरकार प्रयासरत है।
मैजिक (MAGIC) में नवाचार का संवाद
श्री भाटिया की यात्रा की शुरुआत मराठवाड़ा एक्सेलरेटर फॉर ग्रोथ एंड इनक्यूबेशन काउंसिल (मैजिक) से हुई। यहां उन्होंने स्थानीय स्टार्टअप्स, उद्यमियों, और इनक्यूबेटरों से संवाद किया।
उन्होंने स्टार्टअप इंडिया, फंड ऑफ फंड्स, और टियर-2/टियर-3 शहरों के लिए विशेष प्रोत्साहन जैसी योजनाओं की जानकारी साझा की और नवाचार की सराहना की।
एयूआरआईसी का औद्योगिक दौरा
श्री भाटिया ने बिडकिन और शेंद्रा औद्योगिक क्षेत्रों का दौरा किया।
महत्वपूर्ण औद्योगिक इकाइयों में शामिल हैं:
- जेएसडब्ल्यू ग्रीन-टेक लिमिटेड
- टोयोटा किर्लोस्कर संयंत्र
- एनएलएमके इंडिया
- ह्योसंग टीएंडडी प्राइवेट लिमिटेड
- कोटॉल फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड
उन्होंने इन इकाइयों की उच्च-मूल्य विनिर्माण और रोजगार सृजन में भूमिका की प्रशंसा की।
एयूआरआईसी स्मार्ट सिटी मॉडल: संतुलित औद्योगिक विकास का उदाहरण
एयूआरआईसी स्मार्ट सिटी को 4,000 हेक्टेयर (10,000 एकड़) भूमि में विकसित किया जा रहा है।
प्रमुख विशेषताएं:
- 60% भूमि उद्योगों के लिए आरक्षित
- 40% वाणिज्यिक, आवासीय और शैक्षणिक सुविधाओं के लिए
- शेंद्रा में 2,000 एकड़ और बिडकिन चरण-1 में 2,500 एकड़
- भूमिगत जल आपूर्ति, बिजली, सीवेज, हाई-स्पीड इंटरनेट
- 42% जल आपूर्ति उपचारित अपशिष्ट जल से
- उन्नत SCADA सिस्टम, ICCC, CCTV और ट्रैफिक कंट्रोल तंत्र
सरकार और उद्योग की साझेदारी: भविष्य का मार्ग
सचिव भाटिया ने दोहराया कि महाराष्ट्र को वैश्विक नवाचार और विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए सरकार और उद्योगों के बीच मजबूत साझेदारी आवश्यक है।
यह दौरा सरकार की क्षेत्रीय विकास के प्रति प्रतिबद्धता और उद्योगों के साथ सहयोग के नए आयामों को स्पष्ट करता है।
