प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना: कौशल युवाओं के सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक पहल
पीएमकेवीवाई ने युवाओं की तस्वीर बदल दी: 1.48 करोड़ को मिला प्रशिक्षण
“भारत सरकार ने वर्ष 2015 में शुरू की गई प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) गौरवशाली युवाओं को सशक्त करने का एक मजबूत साधन बन गई है। कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (MSDE) द्वारा दोहन की जाने वाली यह योजना युवाओं को कौशल प्रशिक्षण, पुनः कौशल विकास (Reskilling) और कौशल उन्नयन (Upskilling) के लिए प्रोत्साहित करती है।”
सामान्य रूप से 1.48 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षण मिला हुकूमत ने भी प्रोत्साहित किया है
वर्ष 2015 से 30 जून 2024 तक, पीएमकेवीवाई के तहत 1.48 करोड़ उम्मीदवारों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है। इनमें से कई युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिले हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और आत्मनिर्भरता में सुधार हुआ है।
तीन संस्करणों में प्लेसमेंट ट्रैकिंग, 42.8% प्लेसमेंट दर
पीएमकेवीवाई योजना के पहले तीन संस्करण—
- PMKVY 1.0 (2015-16)
- PMKVY 2.0 (2016-20)
- PMKVY 3.0 (2020-22)
इनमें अल्पकालिक प्रशिक्षण (Short Term Training – STT) प्राप्त उम्मीदवारों के प्लेसमेंट को ट्रैक किया गया।
इन तीन संस्करणों के तहत:
- 56.88 लाख उम्मीदवारों को एसटीटी में प्रमाणित किया गया
- इनमें से 24.3 लाख को रोजगार मिला
- प्लेसमेंट दर: 42.8%
पीएमकेवीवीयी 4.0: एक नई स्ट्रैटेजी
PMKVY 4.0 को 2022-23 से लागू किया गया है। यह योजना अब एक केंद्रीय क्षेत्र योजना के रूप में लागू की जा रही है, जिसमें कोई राज्य प्रबंधित घटक नहीं होगा।
प्रमुख विशेषताएँ:
- 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का कार्यान्वयन
- योजना अब एक मांग-आधारित प्रणाली पर कार्यान्वित की जाएगी।
- मध्यवर्ती प्रशिक्षण Skill India Digital Hub पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध
- ड्रॉपआउट दर 13.84% तक सीमित
Efffective performance in महाराष्ट्र राज्य
महाराष्ट्र ने सक्रिय भागीदारी की है इस योजना में।2015 से 30 जून 2024 तक:
- 12.72 लाख उम्मीदवारों को प्रशिक्षित
- 2.60 लाख उम्मीदवारों को STT सर्टिफिकेशन
- 80,950 को गया प्लेसमेंट
- प्लेसमेंट रेट: 30.4%
महिलाओं और विशेष समूहों को मिली प्राथमिकता
योजना में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं:
- गैर-आवासीय प्रशिक्षण के लिए परिवहन लागत दी जा रही है
- आकांक्षी जिलों, सीमावर्ती क्षेत्रों, आदिवासी बहुल और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिलों में:
- बोर्डिंग, लॉजिंग और ट्रांसपोर्ट की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं
- पीडब्ल्यूडी (दिव्यांग) उम्मीदवारों के लिए विशेष प्रयास
PMKVY 4.0 में क्या है नया?
| बिंदु | विवरण |
|---|---|
| कार्यान्वयन प्रारंभ | 2022-23 |
| योजना प्रकार | केंद्रीय क्षेत्र योजना |
| राज्यों की भूमिका | कोई राज्य प्रबंधित घटक नहीं |
| प्रमुख पोर्टल | Skill India Digital Hub |
| ड्रॉपआउट दर | 13.84% |
| प्राथमिकता समूह | महिलाएं, पीडब्ल्यूडी, आदिवासी, सीमावर्ती क्षेत्र |
योजना के लाभ
- युवाओं को उद्योग आधारित कौशल मिलता है
- रोजगार के अवसर क.Reference: ncrease करते हैं
- उद्यमिता को बढ़ावा मिलता है
- आत्मनिर्भर भारत अभियान को बल मिलता है
- ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों के युवाओं को भी मौके मिलते हैं
पीएमकेवीवाई बना युवाओं की नई पहचान
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना ने न केवल युवाओं को प्रशिक्षित किया है, बल्कि उन्हें रोजगार, सम्मान और आत्मनिर्भरता भी प्रदान की है। सरकार की यह शुरुआत भारत को एक कुशल देश बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही है। PMKVY 4.0 अब और अधिक डिजिटल और संगठित हो गया है, जो देश के प्रत्येक कोने तक कौशल की रोशनी फैला रहा है।
