वाराणसी को पीएम मोदी की 2200 करोड़ की सौगात, विकास परियोजनाओं से काशी को नई पहचान
वाराणसी को पीएम मोदी की 2200 करोड़ की सौगात: विकास की नई रफ्तार
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को एक बार फिर से बड़ी विकास योजनाओं की सौगात दी है। शनिवार को आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में उन्होंने 2200 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। ये परियोजनाएं बुनियादी ढांचे, शहरी विकास, पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और सांस्कृतिक विरासत से जुड़ी हुई हैं।”
पीएम मोदी की 51वीं वाराणसी यात्रा बनी ऐतिहासिक
यह प्रधानमंत्री मोदी की वाराणसी में 51वीं यात्रा थी, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा कि यह पहली बार है जब कोई प्रधानमंत्री इतने बार अपने संसदीय क्षेत्र में आए हों। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 11 वर्षों में वाराणसी में 51 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाएं स्वीकृत हुई हैं, जिनमें से 34 हजार करोड़ की परियोजनाएं पहले ही पूर्ण हो चुकी हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत और संबोधन
कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करते हुए उन्हें 'शिवलिंग' का स्मृति चिन्ह भेंट किया। अपने भाषण में सीएम योगी ने प्रधानमंत्री की लोकप्रियता और वैश्विक पहचान का ज़िक्र करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी को अब तक चार दर्जन से अधिक देशों से सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिल चुका है। यह उनकी दूरदर्शिता और जनकल्याण के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है।”
परियोजनाओं की झलक: वाराणसी को मिली बहु-क्षेत्रीय सौगात
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जिन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया, उनमें कई क्षेत्रों को शामिल किया गया है:
- शहरी विकास: शहर की सड़कें, सीवरेज और जल प्रबंधन प्रणालियों को बेहतर बनाने के लिए नई परियोजनाएं शुरू की गईं।
- स्वास्थ्य सेवा: नए अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों और मोबाइल मेडिकल यूनिट्स की शुरुआत हुई, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलेगी।
- शिक्षा: नई स्कूल और कॉलेज भवन, डिजिटल क्लासरूम और रिसर्च सेंटर को स्वीकृति दी गई।
- पर्यटन और सांस्कृतिक विरासत: घाटों का सौंदर्यीकरण, पर्यटन मार्गों का विकास और धार्मिक स्थलों के संरक्षण के कार्य शामिल हैं।
- बुनियादी ढांचा: पुल, सड़कें, रेलवे ओवरब्रिज, और बस टर्मिनलों का विकास।
किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त भी जारी
प्रधानमंत्री मोदी ने देशभर के 9.7 करोड़ किसानों को किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त भी जारी की। इस योजना के अंतर्गत किसानों को प्रतिवर्ष ₹6000 की सहायता दी जाती है। इस बार की किस्त भी सीधे किसानों के खातों में स्थानांतरित की गई है। प्रधानमंत्री ने किसानों से संवाद करते हुए कहा कि यह योजना किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। उन्होंने कहा, “देश का अन्नदाता मजबूत होगा, तभी देश का भविष्य सुरक्षित होगा।”
वाराणसी को विश्व पटल पर पहचान दिलाने की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों ने अपने संबोधन में इस बात पर ज़ोर दिया कि वाराणसी को वैश्विक स्तर पर सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और विकासशील शहर के रूप में स्थापित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “काशी को अब आध्यात्मिक नगरी से आधुनिक नगरी बनने में समय नहीं लगेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि इन परियोजनाओं से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी की विकास नीति का मॉडल: लोकल को ग्लोबल बनाना
प्रधानमंत्री मोदी का यह स्पष्ट संदेश रहा है कि 'लोकल को ग्लोबल' बनाना ही भारत के विकास का मंत्र है। वाराणसी में किए जा रहे कार्य इसी दिशा में उठाए गए ठोस कदम हैं। हस्तशिल्प, बनारसी साड़ी, लकड़ी की कारीगरी, और अन्य पारंपरिक उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाज़ार तक पहुंचाने की कोशिशें अब रंग ला रही हैं।
16 हजार करोड़ की परियोजनाएं प्रगति पर
सीएम योगी ने बताया कि वर्तमान में 16 हजार करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाएं कार्यान्वयन के चरण में हैं। इनमें स्मार्ट सिटी योजना, जल जीवन मिशन, गंगा सफाई परियोजना और अन्य शहरी विकास योजनाएं शामिल हैं। इन परियोजनाओं के पूरा होने पर वाराणसी आधुनिकता और सांस्कृतिक विरासत का अद्वितीय मिश्रण बन जाएगा।
“वाराणसी को पीएम मोदी की सौगात केवल एक राजनैतिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह उस विज़न का हिस्सा है जिसमें भारत का हर शहर स्मार्ट, सुंदर और आत्मनिर्भर बन सके। प्रधानमंत्री मोदी की 2200 करोड़ की सौगात ने काशी को विकास की एक नई दिशा दी है। किसान से लेकर छात्र, पर्यटक से लेकर व्यापारी – सभी वर्गों को इन परियोजनाओं से लाभ होगा। वाराणसी न सिर्फ भारत की सांस्कृतिक राजधानी है, अब यह देश के तेजी से विकसित होते शहरों की अग्रणी कतार में भी आ खड़ा हुआ है।”
