पीएम मोदी ने सांसदों के लिए 184 नए फ्लैटों का उद्घाटन किया, 2014 से अब तक बने 350 से ज्यादा आवास
सांसदों के लिए आधुनिक आवास सुविधा का विस्तार
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को नई दिल्ली में सांसदों के लिए बनाए गए 184 नए बहुमंजिला फ्लैटों का उद्घाटन किया। ये आवास राजधानी में सांसदों के Ease of Living को बढ़ाने और सरकारी खर्च को कम करने के उद्देश्य से तैयार किए गए हैं। उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली में पहली बार चुनकर आने वाले सांसदों को घर अलॉट करवाने में पहले काफी मुश्किलें आती थीं। इन नए भवनों से यह समस्या खत्म होगी, और 180 से अधिक सांसद एक साथ इन फ्लैटों में रह सकेंगे।”
आर्थिक बचत का पहलू
पीएम मोदी ने इस अवसर पर बताया कि नए आवासों का निर्माण केवल सुविधा के लिए ही नहीं, बल्कि आर्थिक बचत के लिए भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पहले कई मंत्रालय किराए की इमारतों में चल रहे थे, जिनका सालाना किराया लगभग 1,500 करोड़ रुपये था, जो जनता के पैसे की सीधी बर्बादी थी।
चार टॉवर्स के नाम भारत की नदियों पर
नए रिहायशी कॉम्प्लेक्स में चार टॉवर हैं, जिनके नाम भारत की प्रमुख नदियों — कृष्णा, गोदावरी, कोसी और हुगली — पर रखे गए हैं।
पीएम मोदी ने कहा,
“ये नदियां करोड़ों लोगों को जीवन देती हैं, और अब इनकी प्रेरणा हमारे जनप्रतिनिधियों के जीवन में भी नई ऊर्जा लाएगी।”
उन्होंने यह भी मजाकिया अंदाज में कहा कि कोसी नाम सुनकर कुछ लोग नदी की बजाय बिहार चुनाव को याद करेंगे, लेकिन नदियों के नामों की यह परंपरा देश की एकता का प्रतीक है।
2004 से 2014 के बीच एक भी नया सांसद आवास नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि 2004 से 2014 के बीच लोकसभा सांसदों के लिए एक भी नया आवास नहीं बना। पर्याप्त आवास न होने की वजह से सरकारी खर्च भी बढ़ता था।
उन्होंने बताया,
“2014 के बाद हमने इस काम को अभियान की तरह लिया। इन फ्लैटों को मिलाकर अब तक करीब 350 से अधिक सांसद आवास बनाए जा चुके हैं। एक बार ये तैयार हो जाने के बाद जनता का पैसा भी बचेगा।”
विकास के साथ संवेदनशीलता
पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का भारत जितना विकास के लिए अधीर है, उतना ही संवेदनशील भी है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा:
- कर्तव्य पथ और कर्तव्य भवन का निर्माण
- हर घर तक पाइप से पानी पहुंचाना
- पीएम-आवास योजना के जरिए 4 करोड़ गरीबों का गृह प्रवेश
- संसद की नई इमारत और सैकड़ों नए मेडिकल कॉलेज
इन सभी प्रयासों से समाज के हर वर्ग को लाभ हो रहा है।
‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का प्रतीक
पीएम मोदी ने सांसदों से आग्रह किया कि चूंकि यहां अलग-अलग राज्यों और क्षेत्रों के सांसद एक साथ रहेंगे, इसलिए यह परिसर ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का प्रतीक बने। उन्होंने सुझाव दिया कि परिसर में समय-समय पर विभिन्न प्रांतों के त्योहार और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, ताकि आपसी भाईचारा और एकता मजबूत हो।
परियोजना की मुख्य विशेषताएं
- कुल नए फ्लैट: 184
- कुल सांसद आवास (2014 से अब तक): 350+
- कॉम्प्लेक्स के टॉवर नाम: कृष्णा, गोदावरी, कोसी, हुगली
- उद्देश्य: Ease of Living, सरकारी खर्च में कमी, सांसदों को आधुनिक सुविधाएं
- डिजाइन: मल्टी-स्टोरी बिल्डिंग, उच्च गुणवत्ता निर्माण
“दिल्ली में सांसदों के लिए तैयार ये नए फ्लैट केवल एक आवासीय सुविधा नहीं, बल्कि राष्ट्रीय संसाधनों के बेहतर उपयोग, सरकारी खर्च में कमी और सांसदों के जीवनस्तर में सुधार का प्रतीक हैं। पीएम मोदी का यह प्रयास बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ भारत की सांस्कृतिक एकता और आर्थिक विवेक को भी दर्शाता है। आने वाले वर्षों में ऐसी और परियोजनाएं देश की राजधानी के स्वरूप को आधुनिक बनाने में योगदान देंगी।”
