फ्लाइंग किक मार्शल आर्ट गेम ने पूरे किए 10 वर्ष – अलीपुर (दिल्ली) में स्थापना दिवस समारोह
नई दिल्ली, 7 सितम्बर 2025 – भारतीय फ्लाइंग किक खेल संघ के नेतृत्व में अलीपुर, दिल्ली में फ्लाइंग किक मार्शल आर्ट खेल का स्थापना दिवस भव्य तरीके से मनाया गया। देशभर से आये खिलाड़ियों, कोचों और खेल प्रेमियों ने इस आयोजन में भाग लिया। यह अवसर और भी विशेष रहा क्योंकि फ्लाइंग किक मार्शल आर्ट खेल सफलता और लोकप्रियता के 10 सुनहरे साल पूरे कर लिए थे।
आयोजन का शुभारंभ
शुभारंभ समारोह की शुरुआत भारतीय फ्लाइंग किक खेल संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री प्रदीप वत्स, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश (IAS Retd.), श्री दिनेश कुमार मान, डॉ. आर्य और राष्ट्रीय महासचिव मास्टर नीरज कुमार ने संयुक्त रूप से किया। ध्वज फहराने और दीप प्रज्वलन के बाद कार्यक्रम की शुरुआत हुई। मंच पर मौजूद सभी गणमान्य व्यक्तियों ने खिलाड़ियों को बधाई दी और संघ की आगामी योजनाओं को साझा किया।
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएँ
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. आर्य ने घोषणा की कि 9वीं राष्ट्रीय फ्लाइंग किक मार्शल आर्ट प्रतियोगिता नवंबर 2025 में महाराष्ट्र राज्य में आयोजित की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वर्ष जून 2026 में अंतरराष्ट्रीय फ्लाइंग किक मार्शल प्रतियोगिता दिल्ली में होगी। यह आयोजन न केवल भारतीय खिलाड़ियों के लिए गौरव का अवसर होगा बल्कि भारत की खेल जगत में प्रतिष्ठा को भी बढ़ाएगा।
महासचिव का संदेश
राष्ट्रीय महासचिव मास्टर नीरज कुमार ने स्थापना दिवस पर सभी खिलाड़ियों, कोचों और फिजिकल टीचर्स को शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि भारतीय फ्लाइंग किक खेल संघ लगातार प्रयासरत है कि फ्लाइंग किक मार्शल को भारत सरकार के खेल मंत्रालय से मान्यता प्राप्त हो। मान्यता मिलने पर खिलाड़ियों को सरकारी सुविधाएँ, प्रोत्साहन और करियर के अधिक अवसर मिलेंगे।
महिलाओं की सुरक्षा में फ्लाइंग किक मार्शल की भूमिका
वूमेन कमेटी की वाइस चेयरमैन श्रीमती अजू ने इस मौके पर कहा है कि आज के समय में महिलाओं और लड़कियों के लिए आत्मरक्षा सीखना ज़रूरी है। फ्लाइंग किक मार्शल आर्ट एक खेल नहीं है, बिना ही यह महिलाओं की सुरक्षा और आत्मविश्वास बढ़ाने का एक शक्तिशाली साधन है।
संघ समय-समय पर महिला प्रतियोगिताओं का आयोजन निःशुल्क करता है, जिससे अधिक से अधिक लड़कियाँ और महिलाएँ इस खेल से जुड़ सकें। यह पहल उन्हें आत्मनिर्भर और सुरक्षित बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।
शिक्षा संस्थानों में प्रशिक्षण
महिला समिति की सदस्य श्रीमती रश्मि चौधरी ने बताया कि फ्लाइंग किक मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण अब देशभर के स्कूलों और कॉलेजों में दिया जा रहा है। इससे छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ रहा है और वे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
यह खेल न केवल शारीरिक फिटनेस के लिए फायदेमंद है ही नहीं, बल्कि बच्चों में अनुशासन, आत्मनियंत्रण और मानसिक मजबूती भी उत्पन्न करता है।
10 वर्षों की गौरवमयी यात्रा
अतीत 10 वर्षों में फ्लाइंग किक मार्शल आर्ट खेल ने विविध प्रगति की। भारतीय खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मंच पर भाग लेकर भारत का तिरंगा ऊँचा कर रहे हैं।
भारतीय फ्लाइंग किक खेल संघ ने सीमित संसाधनों के बावजूद इस खेल को गाँव से लेकर शहरों और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाया है।
खासकर युवाओं और महिलाओं में इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है, क्योंकि यह खेल आत्मरक्षा और आत्मविश्वास दोनों प्रदान करता है।
भविष्य की योजनाएँ
भारतीय फ्लाइंग किक खेल संघ आने वाले वर्षों में कई महत्वाकांक्षी योजनाएँ लेकर आगे बढ़ रहा है। इनमें शामिल हैं:
भारत सरकार से खेल की मान्यता प्राप्त करना।
महिलाओं के लिए नि:शुल्क आत्मरक्षा शिविरों का आयोजन।
राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय प्रतियोगिताएँ बढ़ाना।
2026 की अंतरराष्ट्रीय फ्लाइंग किक मार्शल प्रतियोगिता को ऐतिहासिक बनाना।
फ्लाइंग किक मार्शल आर्ट का महत्व
फ्लाइंग किक मार्शल आर्ट केवल खेल नहीं है, यह एक ऐसी कला है जो जीवन में अनुशासन, आत्मबल और सशक्तिकरण को बढ़ाती है।
आज के समय में जब युवाओं को करियर और फिटनेस दोनों की अपनी आवश्यकता है, इसलिए यह खेल उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने का साधन बन सकता है।
महिलाओं के लिए यह आत्मरक्षा का सबसे अच्छा साधन है। यही कारण हैं कि फ्लाइंग किक मार्शल की लोकप्रियता भारत के हर राज्य में तेजी से बढ़ रही है।
फ्लाइंग किक मार्शल आर्ट खेल ने अपनी स्थापना के 10 वर्ष पूरे कर लिए हैं और यह यात्रा भारत के खेल इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। अलीपुर, दिल्ली में आयोजित स्थापना दिवस समारोह इस बात का प्रमाण है कि आने वाले समय में यह खेल न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में अपनी पहचान बनाएगा।
भारतीय फ्लाइंग किक खेल संघ के अथक प्रयास, खिलाड़ियों की मेहनत और कोचों की लगन से यह खेल आने वाले वर्षों में और भी ऊँचाइयों को छुएगा। फ्लाइंग किक मार्शल आर्ट खेल वास्तव में अनुशासन, आत्मरक्षा और आत्मविश्वास का प्रतीक है।
