अलीगढ़ में सनसनी: थाना अकराबाद क्षेत्र में ननाऊ पुल के पास डिवाइडर पर दिखा मगरमच्छ
“अलीगढ़ मगरमच्छ देख लोगों में दहशत उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में उस समय सनसनी फैल गई जब अलीगढ़ मगरमच्छ अचानक थाना अकराबाद क्षेत्र के ननाऊ पुल के पास डिवाइडर पर दिखाई दिया। अचानक सड़क पर इस खतरनाक जंतु को देख स्थानीय लोग सहम गए और मौके पर अफरा-तफरी मच गई।”
ननाऊ पुल के पास मगरमच्छ की मौजूदगी ग्राम ननाऊ से होकर गुजरने वाले पुल के पास यह अलीगढ़ मगरमच्छ सबसे पहले राहगीरों की नजर में आया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, डिवाइडर पर बैठे मगरमच्छ को देखकर लोगों ने तुरंत पुलिस और वन विभाग को सूचना दी। ग्रामीणों ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब इस क्षेत्र में मगरमच्छ देखा गया हो। आसपास की नहर और जल स्रोतों में अक्सर ऐसे जीव मौजूद रहते हैं।
पुलिस और वन विभाग की टीम सतर्क सूचना मिलते ही थाना अकराबाद पुलिस मौके पर पहुंची और वन विभाग की टीम को भी अलर्ट किया गया। पुलिस ने वहां से गुजर रहे वाहनों को सावधानीपूर्वक रोका और लोगों को सुरक्षित दूरी बनाए रखने की सलाह दी। अलीगढ़ मगरमच्छ की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगे।
अलीगढ़ मगरमच्छ का संभावित ठिकाना विशेषज्ञों का मानना है कि पास की गंगा नहर या तालाब से यह अलीगढ़ मगरमच्छ बाहर आ गया होगा। बरसात के मौसम में अक्सर नदियों और नहरों का जलस्तर बढ़ने से ऐसे जलीय जीव अपने ठिकानों से भटककर आसपास के इलाकों में आ जाते हैं।
ग्रामीणों की चिंता स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की कि इलाके में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए जाएं। उनका कहना है कि अलीगढ़ मगरमच्छ के कारण बच्चों और पशुओं पर खतरा बना रहता है। ननाऊ पुल से रोजाना सैकड़ों लोग और वाहन गुजरते हैं, ऐसे में यह स्थिति और भी खतरनाक हो सकती है।
सोशल मीडिया पर चर्चा जैसे ही अलीगढ़ मगरमच्छ की तस्वीरें सामने आईं, सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल हो गई। लोग तरह-तरह की टिप्पणियां करने लगे। कई यूजर्स ने इसे प्राकृतिक संतुलन का नतीजा बताया तो कुछ ने प्रशासन की लापरवाही पर सवाल खड़े किए।
विशेषज्ञों की राय वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि मगरमच्छ आमतौर पर इंसानों पर हमला नहीं करता जब तक उसे उकसाया न जाए। लेकिन ऐसे हालात में लोगों को चाहिए कि वे खुद और अपने बच्चों को सुरक्षित दूरी पर रखें और तुरंत प्रशासन को जानकारी दें।
प्रशासन ने किए इंतज़ाम थाना अकराबाद पुलिस और वन विभाग ने संयुक्त अभियान चलाकर अलीगढ़ मगरमच्छ को पकड़ने की कोशिश शुरू कर दी। अधिकारियों ने बताया कि मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़कर वापस उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ा जाएगा। साथ ही, लोगों से अपील की गई कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और संयम बनाए रखें।
अलीगढ़ मगरमच्छ घटना से सीख यह घटना हमें यह सिखाती है कि इंसानों और वन्यजीवों का सहअस्तित्व जरूरी है। अक्सर विकास कार्यों और जल स्रोतों में बदलाव के कारण जंगली जीव अपने प्राकृतिक आवास से भटक जाते हैं। अलीगढ़ मगरमच्छ की यह घटना प्रशासन के लिए भी चेतावनी है कि जल स्रोतों और नहरों के किनारों पर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करनी होगी।
अलीगढ़ मगरमच्छ के ननाऊ पुल पर आने की यह घटना स्थानीय लोगों के लिए डर और चिंता का विषय रही। लेकिन समय रहते पुलिस और वन विभाग के सक्रिय होने से किसी बड़ी दुर्घटना को टाला जा सका। अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि आखिरकार इस मगरमच्छ को कैसे और कब सुरक्षित रूप से पकड़ा जाएगा।
