दिल्ली में 370 लोग अस्पताल में भर्ती, कुट्टू के आटे से फैला ज़हर, सरकार ने जांच के आदेश दिए
“नवरात्रि के पहले दिन दिल्ली में श्रद्धालुओं की आस्था पर ग्रहण लग गया। सोमवार रात दिल्ली कुट्टू आटा खाने के बाद उत्तर और उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के करीब 370 लोग तेजी से बीमार हो गए। सभी मरीजों को बाबू जगजीवन राम मेमोरियल (बीजेआरएम) अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना से पूरे इलाके में हड़कंप फैल गया।”
मरीजों की हालत अस्पताल प्रशासन के मुताबिक मरीजों को उल्टी, कमजोरी, चक्कर और लो ब्लड प्रेशर की समस्या हुई। कई लोगों को कई बार उल्टियां हुईं और उन्हें रात में तुरंत अस्पताल लाया गया। ये मरीज मुख्य रूप से जहांगीरपुरी, महेंद्र पार्क, समयपुर, भलस्वा डेयरी, लाल बाग और स्वरूप नगर इलाकों के थे। उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली के डीसीपी, भिशम सिंह ने बताया कि अस्पताल से सूचना मिलने के बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
पीड़ित परिवारों का दर्द जहांगीरपुरी निवासी विजय शर्मा (43) ने बताया कि उन्होंने सोमवार शाम परिवार के साथ उपवास तोड़ने के लिए कुट्टू के आटे की रोटी खाई। 8 बजे रात के बाद अचानक उन्हें दिल की धड़कन तेज होने, हाथ-पैर सुन्न पड़ने और कमजोरी का एहसास होने लगा। उनकी पत्नी को उल्टियां हुईं और बेटी को चक्कर आने लगे। वहीं, एक अन्य महिला ममता देवी (35) ने बताया कि आधी रात को उनका ब्लड प्रेशर अचानक बहुत नीचे चला गया। उनके पति और बेटी को उल्टियां निरंतर हो रही थीं। उन्होंने बताया कि पड़ोसियों से पूछने पर पता चला कि वे भी बीमार हो गए हैं। अंततः पूरा परिवार बीजेआरएम अस्पताल पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने उन्हें फूड प्वॉइज़निंग बताया।
सरकार की प्रतिक्रिया दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने आटे के मिलावट मामले की जांच के लिए पुष्टि की गई कि करीब 370 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने कहा, "आटे की मूल्य या पोर्सन की जांच की जानी चाहिए। खाद्य एवं उपभोक्ता मामले विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि आटा कहां से आया था। और उसमें मिलावट किस स्तर पर हुई। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने भी मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा, "सरकार का मिलावट के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी है। "नवरात्रि के दौरान कुट्टू का आटा सबसे ज्यादा खाया जाता है। इस मामले की जांच खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा गहराई से की जाएगी," उन्होंने कहा।
आम आदमी पार्टी के आरोप इस घटना पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा। आप विधायक संजीव झा ने अस्पताल का दौरा किया और कहा कि मरीजों ने आटा अलग-अलग दुकानों से खरीदा था। यह खुली तरह से दिखता है कि समस्या बहुत बड़ी है। उन्होंने कहा कि पेट में जलन, बुखार और उल्टी जैसी गंभीर दिक्कतें हम लोगों को हो रही हैं। आप दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने भी आरोप लगाया कि जब सैकड़ों लोग अस्पताल में भर्ती थे, तब सरकार गरबा और डांडिया कार्यक्रमों में उलझी थी। उन्होंने कहा कि मसालों और अनाज में मिलावट दिल्ली में आम हो चुकी है और सरकार उन लोगों को बचा रही है जो यह अपराध कर रहे हैं।
जांच और कार्रवाई की मांग अब सवाल यह है कि आटा किस स्तर पर मिलावटी पाया गया—निर्माण के दौरान, थोक व्यापारी के पास या कस्बों की दुकानों पर। विशेषज्ञ का मानना है कि ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि लोगों की जान पर खतरा न पड़े। स्थानीय लोगों की मांग है कि सरकार तो दुकानों और मिलों की जांच करे, लेकिन दोषियों पर सख्त कार्रवाई भी करे। इसके अलावा, त्योहारों के दौरान खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की कड़ी निगरानी की सुनिश्चित ध्यान रखा जाए कि त्योहारों के दौरान खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की कड़ी निगरानी।
