Bihar Chunav 2025: छोटे दलों की साख दांव पर, तय होगा राजनीतिक भविष्य
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Chunav 2025 में इस बार मुकाबला न केवल एनडीए और महागठबंधन के बीच है, बल्कि छोटे दलों के अस्तित्व की भी परीक्षा है। चिराग पासवान, जीतनराम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी जैसे नेताओं की राजनीतिक साख इस चुनाव के नतीजों से तय होगी। इन दलों के प्रदर्शन से बिहार की राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं।
Bihar Chunav में एनडीए और महागठबंधन दोनों ही छोटे दलों पर भरोसा कर रहे हैं। एनडीए में लोजपा (रामविलास), हम और रालोमो को क्रमशः 29, 6 और 6 सीटें मिली हैं, जबकि महागठबंधन में वीआईपी को 15 सीटों पर मौका मिला है। अब देखना यह होगा कि ये दल अपने जातीय वोट बैंक को कितना साध पाते हैं।
पिछले चुनावों में लोजपा को 5.66%, रालोसपा को 1.77% और माले को 4% वोट मिले थे। इस बार के परिणाम बताएंगे कि जनता का झुकाव किस ओर है। Bihar Chunav 2025 का नतीजा न केवल गठबंधनों की स्थिति बल्कि राज्य के छोटे दलों की दिशा और दशा भी तय करेगा।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):
प्रश्न 1. Chunav 2025 में किन छोटे दलों की भूमिका अहम है?
उत्तर: लोजपा (रामविलास), हम, रालोमो और वीआईपी की भूमिका अहम रहेगी।
प्रश्न 2. Bihar Chunav क्यों खास है?
उत्तर: यह चुनाव छोटे दलों की राजनीतिक साख और भविष्य तय करेगा।
प्रश्न 3. किन नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है?
उत्तर: चिराग पासवान, जीतनराम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी की।
