महोबा में रेलवे ट्रैक पर पत्थर रखा मिला, लोको पायलट की सतर्कता से हादसा टला
“महोबा में लोको पायलट की सतर्कता से बड़ा ट्रेन हादसा टला”
महोबा में ट्रेन के लोको पायलट की सतर्कता से बड़ा हादसा होने से टल गया। जहां रेलवे ट्रैक पर सीमेंट का बड़ा पत्थर रख कर ट्रेन को डिरेल करने की साजिश की गई मगर गनीमत रही कि समय रहते ट्रेन के लोको पायलट की नजर पत्थर पर पड़ गई।
कबरई थाना क्षेत्र के सुकौरा गांव के पास से गुजरे झांसी मानिकपुर रेलवे ट्रैक के पोल संख्या 1292/2 और 1293/3 के बीच सीमेंट का बड़ा पत्थर रखा हुआ मिलने से हड़कंप मच गया था। इसी दौरान यहां से गुजर रही ट्रेन नंबर 11801 झांसी प्रयागराज पैसेंजर के लोको पायलट की ट्रैक पर पड़े पत्थर पर नजर पड़ गई और उसने सतर्कता दिखाते हुए ट्रेन को पहले ही रोककर खड़ा दिया। यही नहीं लोको पायलट ने तत्काल उच्च अधिकारियों सहित इसकी सूचना आरपीएफ पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही रेलवे कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। तत्काल स्थानीय पुलिस और आरपीएफ टीम मौके पर जा पहुंची। आरपीएफ प्रभारी अतुल कुमार और हेड आरक्षी पप्पू और रमजान टीम के साथ मौके पर जा पहुंचे। जहां सबसे पहले ट्रैक से पत्थर हटाया गया और फिर ट्रेन को रवाना किया गया ।
समय रहते लोको पायलट की ट्रैक पर पड़े पत्थर पर नजर पड़ने से एक बड़ा हादसा होने से बच गया। मौके पर मौजूद पुलिस ने आसपास छानबीन और जांच की तो पास ही एक किशोर को संदिग्ध अवस्था में खड़ा हुआ पाया। पूछताछ में पता चला कि उक्त ट्रैक पर पत्थर रखने वाला शरारतीतत्व कबरई थाना क्षेत्र के रैवारा गांव निवासी हीरा यादव का 16 वर्षीय पुत्र अंशु यादव है।
आरोपी किशोर अंशु यादव मवेशी चरा रहा था तभी उसने ट्रैक के बीचों बीच एक पत्थर रख दिया था। पुलिस ने तत्काल नाबालिग आरोपी अंशु को गिरफ्तार कर लिया । जिसके खिलाफ थाने में धारा 327 बीएनएस और 150 रेलवे एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इस घटना के बाद से आरपीएफ और जीआरपी पुलिस ने रेलवे ट्रैक पर फूट पेट्रोलिंग कर गश्त को बढ़ा दिया है।
जीआरपी थाना प्रभारी रणविजय बहादुर अपनी टीम के साथ रेलवे ट्रैक पर पहुंचकर चेकिंग अभियान भी चलाया। इस मामले को लेकर सीओ सिटी दीपक दूबे ने कहा कि ट्रैक पर पत्थर रखने वाले आरोपी किशोर को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पुलिस हर पहलू से जांच कर वैधानिक कार्रवाई में जुटी है।