दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर, देश के कई शहरों का AQI 500 के पार
दिल्ली और आसपास के इलाकों में प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक होता जा रहा है। हवा की गुणवत्ता (AQI) 500 के पार पहुंचने से स्थिति गंभीर हो गई है। विशेषज्ञों ने इसे ‘स्वास्थ्य आपातकाल’ घोषित करते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
प्रदूषण के कारण
- पराली जलाना: आसपास के राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे धुएं की मात्रा बढ़ रही है।
- वाहनों का धुआं: दिल्ली में भारी संख्या में चलने वाले वाहनों से निकलने वाले धुएं से भी वायु गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है।
- कारखाने और निर्माण कार्य: फैक्ट्रियों और निर्माण स्थलों से उठने वाली धूल प्रदूषण को बढ़ावा दे रही है।
स्वास्थ्य पर असर
खराब हवा का सीधा असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। सांस लेने में तकलीफ, गले में खराश, आंखों में जलन और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिए स्थिति और भी खतरनाक है।
विशेषज्ञों की सलाह
- बाहर निकलने से बचें, खासकर सुबह और शाम के समय।
- एन95 मास्क का इस्तेमाल करें।
- घर में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें।
- अधिक पानी पिएं और इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
सरकार और जनता की जिम्मेदारी
सरकार को प्रदूषण कम करने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे, जैसे पराली जलाने पर सख्त प्रतिबंध, वाहनों के प्रदूषण को नियंत्रित करना और निर्माण कार्यों में नियमों का पालन कराना। साथ ही, आम जनता को भी पर्यावरण के प्रति जागरूक होना चाहिए और अपनी भूमिका निभानी चाहिए।प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। अगर समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो इसका दीर्घकालिक प्रभाव हमारी आने वाली पीढ़ियों पर पड़ेगा। अब जरूरी है कि सरकार, जनता और विभिन्न संस्थाएं मिलकर इस समस्या का समाधान निकालें।