दिवाली के बाद दिल्ली की हवा में सुधार, लोगों को मिली राहत
“दिवाली के बाद दिल्ली की वायु गुणवत्ता में पहली बार सुधार देखा गया है, जिससे राजधानी के निवासियों को बड़ी राहत मिली है। कई दिनों तक प्रदूषण के उच्च स्तर पर रहने के बाद अब वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) मध्यम श्रेणी में पहुंच गया है।”
दिवाली के मौके पर परंपरागत रूप से पटाखों का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे वायु प्रदूषण और वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस साल भी दिवाली के दौरान हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंच गई थी। हालांकि, इसके बाद मौसम में बदलाव और सरकारी प्रयासों के चलते प्रदूषण का स्तर कम हुआ है।
दिल्ली की हवा में सुधार का मुख्य कारण तेज हवाओं और हल्की बारिश को माना जा रहा है। इन प्राकृतिक घटनाओं ने प्रदूषण के कणों को साफ करने में मदद की, जिससे वायु गुणवत्ता बेहतर हुई।
सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए पहले से ही कई कदम उठाए थे। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत निर्माण कार्यों पर रोक, सड़कों पर पानी का छिड़काव, और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने जैसे उपाय किए गए। इन कदमों से भी प्रदूषण को कम करने में मदद मिली।
इस बार जनता ने भी प्रदूषण कम करने में योगदान दिया। कई लोगों ने पटाखों के उपयोग से परहेज किया और हरित दिवाली मनाने की अपील का समर्थन किया। इसके अलावा, कारपूलिंग और सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग करने से भी वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ।
हालांकि हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है, लेकिन यह अभी भी पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है। डॉक्टरों ने बुजुर्गों, बच्चों, और श्वसन संबंधी समस्याओं से पीड़ित लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। दिवाली के बाद दिल्ली की हवा में आया सुधार एक सकारात्मक संकेत है। लेकिन इसे स्थायी बनाने के लिए सरकार और जनता को मिलकर काम करना होगा। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हरित विकल्पों को अपनाने और जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि दिल्ली की हवा साफ और स्वस्थ रह सके।