यूपीआई ने बनाया नया रिकॉर्ड, अक्टूबर में लेनदेन 16.58 अरब के पार
“नई दिल्ली: डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में भारत ने एक और मील का पत्थर हासिल किया है। अक्टूबर 2024 में यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) के जरिए किए गए लेनदेन 16.58 अरब का आंकड़ा पार कर गए। यह यूपीआई के बढ़ते उपयोग और डिजिटल अर्थव्यवस्था में तेजी का प्रमाण है।”
अक्टूबर में यूपीआई का प्रदर्शन
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के अनुसार, अक्टूबर 2024 में यूपीआई के जरिए कुल 16.58 अरब लेनदेन हुए, जो पिछले महीने की तुलना में एक महत्वपूर्ण वृद्धि है। इन लेनदेन का कुल मूल्य ₹31 लाख करोड़ से अधिक है।
यूपीआई की बढ़ती लोकप्रियता के कारण
- सुविधाजनक और तेज़: यूपीआई के जरिए लेनदेन करना सरल और तेज़ है, जिससे इसे उपयोगकर्ताओं के बीच लोकप्रियता मिल रही है।
- बैंकिंग से जुड़ाव: यूपीआई सीधे बैंक खातों से जुड़ा होता है, जिससे पैसे का तुरंत ट्रांसफर संभव होता है।
- कैशलेस अर्थव्यवस्था: सरकार और बैंकों की ओर से कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने से यूपीआई का उपयोग तेजी से बढ़ा है।
- व्यापार में उपयोग: छोटे और बड़े व्यापारियों ने यूपीआई को अपनाया है, जिससे इसका उपयोग व्यापक हो गया है।
त्योहारी सीजन का असर
अक्टूबर का महीना भारत में त्योहारी खरीदारी का समय होता है। इस दौरान ऑनलाइन और ऑफलाइन लेनदेन में तेजी देखी गई, जिसका सीधा प्रभाव यूपीआई ट्रांजेक्शन पर पड़ा है।
यूपीआई के विकास में सरकार और बैंकों की भूमिका
- सरकारी प्रोत्साहन: सरकार ने डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं और रियायतें लागू की हैं।
- बैंकों की भागीदारी: देश के लगभग सभी बड़े और छोटे बैंक यूपीआई नेटवर्क में शामिल हैं, जो इसके विस्तार को संभव बनाता है।
- फिनटेक कंपनियों का सहयोग: पेटीएम, फोनपे, गूगल पे, और अन्य फिनटेक कंपनियों ने यूपीआई को जनता तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है।
भविष्य की संभावनाएं
यूपीआई का लगातार बढ़ता उपयोग यह संकेत देता है कि भारत डिजिटल भुगतान के मामले में विश्व स्तर पर अग्रणी बनने की ओर अग्रसर है। नए फीचर्स, जैसे क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट्स और ऑफलाइन यूपीआई ट्रांजेक्शन, आने वाले समय में इसके उपयोग को और बढ़ाएंगे।
यूपीआई का 16.58 अरब लेनदेन का आंकड़ा यह दर्शाता है कि भारत में डिजिटल भुगतान प्रणाली कितनी तेज़ी से बढ़ रही है। यह न केवल देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बना रहा है, बल्कि कैशलेस समाज की ओर बढ़ने में भी मदद कर रहा है। यूपीआई के इस शानदार प्रदर्शन ने भारत को डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया है।