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दूरसंचार विभाग ने संचार साथी पोर्टल किया विकसित, नागरिकों को सशक्त बनाने की पहल

संदिग्ध धोखाधड़ी संचार और अनचाहे वाणिज्यिक संप्रेषण की रिपोर्ट करने के लिए चक्षु सुविधा उपलब्ध कराई गई

दूरसंचार विभाग ने देश के नागरिकों को सशक्त बनाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संचार साथी पोर्टल विकसित किया है। यह पोर्टल डिजिटल युग में नागरिकों को संचार सेवाओं का सुरक्षित और प्रभावी उपयोग करने में मदद करेगा।

संचार साथी पोर्टल का उद्देश्य

यह पोर्टल मुख्य रूप से मोबाइल और दूरसंचार सेवाओं से जुड़ी समस्याओं और धोखाधड़ी को रोकने के लिए बनाया गया है।

  1. सुरक्षा सुनिश्चित करना: मोबाइल चोरी या गुम होने की स्थिति में इसे ब्लॉक करने की सुविधा।
  2. नागरिकों को सशक्त बनाना: दूरसंचार सेवाओं के पारदर्शी और सुरक्षित उपयोग के लिए आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराना।
  3. डिजिटल धोखाधड़ी पर लगाम: टेलीफोन और मोबाइल के जरिए होने वाली साइबर क्राइम और धोखाधड़ी को रोकना।

संचार साथी पोर्टल की विशेषताएं

  1. मोबाइल ब्लॉकिंग और अनब्लॉकिंग
    • चोरी या गुम हुए मोबाइल को ब्लॉक करने और वापस मिलने पर उसे अनब्लॉक करने की सुविधा।
  2. फर्जी सिम कार्ड की पहचान
    • पोर्टल के जरिए फर्जी या अनधिकृत सिम कार्ड की पहचान करना आसान होगा।
  3. ट्रैकिंग की सुविधा
    • मोबाइल ट्रैकिंग के जरिए गुम हुए डिवाइस का पता लगाने में मदद मिलेगी।
  4. शिकायत निवारण
    • नागरिक अपनी शिकायतें पोर्टल पर दर्ज कर सकते हैं और उनका समाधान पा सकते हैं।

सरकार का बयान

दूरसंचार विभाग ने कहा:
“संचार साथी पोर्टल नागरिकों को डिजिटल सुरक्षा प्रदान करेगा और दूरसंचार सेवाओं को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाएगा।”

नागरिकों के लिए कैसे फायदेमंद है पोर्टल?

  • साइबर सुरक्षा: मोबाइल से जुड़ी धोखाधड़ी को रोकने में मदद।
  • समय की बचत: शिकायतें ऑनलाइन दर्ज कर समाधान प्राप्त करना आसान।
  • सशक्तिकरण: नागरिकों को तकनीकी सेवाओं का सुरक्षित उपयोग करने की सुविधा।

पोर्टल का उपयोग कैसे करें?

  1. पोर्टल पर लॉगिन करें: संचार साथी पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  2. मोबाइल गुम होने की शिकायत दर्ज करें: IMEI नंबर और जरूरी जानकारी सबमिट करें।
  3. शिकायत की स्थिति ट्रैक करें: पोर्टल पर दर्ज शिकायत की स्थिति आसानी से देख सकते हैं।
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