महाकुंभ 2024: श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए अंडरवाटर ड्रोन का उपयोग पहली बार
“प्रयागराज। महाकुंभ 2024 में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पहली बार अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। प्रशासन ने इस बार अंडरवाटर ड्रोन की तैनाती का निर्णय लिया है। यह कदम गंगा और संगम क्षेत्र में लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। यह तकनीकी पहल महाकुंभ के इतिहास में पहली बार हो रही है और इसे सुरक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।”
अंडरवाटर ड्रोन की भूमिका
अंडरवाटर ड्रोन का मुख्य उद्देश्य गंगा नदी और संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। ये ड्रोन पानी के अंदर के हालात की निगरानी करेंगे और किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में तुरंत सतर्क करेंगे।
कैसे करेंगे काम?
- निगरानी: अंडरवाटर ड्रोन पानी के अंदर लाइव फीड प्रदान करेंगे। इससे सुरक्षा बलों को नदी में हो रही गतिविधियों की जानकारी मिलेगी।
- सुरक्षा: डूबने की घटनाओं को रोकने और नदी में किसी भी अवैध गतिविधि पर नजर रखने में मदद करेंगे।
- रेस्क्यू ऑपरेशन: आपातकालीन स्थितियों में ये ड्रोन तुरंत मदद पहुंचाने का काम करेंगे।
महाकुंभ 2024 के लिए विशेष तैयारी
महाकुंभ में हर बार लाखों श्रद्धालु स्नान करने आते हैं, जिससे सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बन जाती है। इस बार प्रशासन ने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए अंडरवाटर ड्रोन के साथ-साथ अन्य अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करने का निर्णय लिया है।
- सीसीटीवी कैमरा नेटवर्क: पूरे कुंभ क्षेत्र में हजारों सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: भीड़ प्रबंधन और निगरानी के लिए एआई-आधारित तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है।
- डिजिटल मानचित्रण: कुंभ क्षेत्र का डिजिटल मैप तैयार किया गया है, जिससे सुरक्षा बलों को त्वरित निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
प्रशासन की योजना
प्रशासन का कहना है कि अंडरवाटर ड्रोन की तैनाती से श्रद्धालुओं को अधिक सुरक्षित माहौल मिलेगा। सुरक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हर श्रद्धालु बिना किसी डर के गंगा में डुबकी लगा सके। अंडरवाटर ड्रोन किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत अलर्ट देंगे।”
श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया
श्रद्धालुओं ने इस कदम का स्वागत किया है। उनका कहना है कि यह पहल महाकुंभ में सुरक्षा को नए स्तर पर ले जाएगी। एक श्रद्धालु ने कहा, “यह जानकर अच्छा लगता है कि प्रशासन हमारी सुरक्षा के लिए इतनी नई तकनीकों का उपयोग कर रहा है।”
महाकुंभ का महत्व
महाकुंभ भारतीय संस्कृति और धर्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह आयोजन हर 12 वर्षों में होता है और लाखों श्रद्धालु इसमें भाग लेते हैं।