गाजा पट्टी पर इजरायली हवाई हमले: 71 की मौत, पुलिस प्रमुख और डिप्टी भी शामिल
“गाजा पट्टी में इजरायली हवाई हमलों ने एक बार फिर भयावह तबाही मचाई है। इन हमलों में अब तक कम से कम 71 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में गाजा के पुलिस बल के प्रमुख महमूद सलाह और उनके डिप्टी हुसाम शाहवान भी शामिल हैं। इजरायली सेना ने गुरुवार को 30 से अधिक हवाई हमले किए, जिनमें अल-मवासी के मानवीय क्षेत्र और उत्तरी गाजा के जबालिया शरणार्थी शिविर को निशाना बनाया गया।”
हमलों में नागरिक और बुनियादी ढांचा निशाना
गाजा के सरकारी मीडिया कार्यालय ने इन हमलों को मानवता पर हमला बताते हुए कहा,
“इजरायली एयर स्ट्राइक में नागरिकों और बुनियादी ढांचे को सीधे निशाना बनाया गया।”
चिकित्सा सूत्रों के अनुसार, अल-मवासी में एक टेंट शिविर पर हुए हमले में 12 लोगों की मौत हो गई, जिसमें गाजा के पुलिस प्रमुख महमूद सलाह और उनके डिप्टी भी शामिल थे।
महमूद सलाह: एक अनुभवी अधिकारी
महमूद सलाह ने पुलिस बल में 30 वर्षों तक सेवा दी थी और पिछले छह वर्षों से गाजा के पुलिस प्रमुख के रूप में कार्यरत थे।
गाजा के आंतरिक मंत्रालय ने उनकी हत्या की निंदा करते हुए कहा,
“दोनों अधिकारी अपने लोगों की सेवा में लगे थे और उन्होंने मानवीय तथा राष्ट्रीय कर्तव्य निभाया।”
मंत्रालय ने इजरायल पर गाजा में अराजकता और मानव पीड़ा बढ़ाने का आरोप लगाया।
इजरायल और हमास के बीच वार्ता जारी
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कतर की राजधानी दोहा में बंधकों की रिहाई के लिए बातचीत जारी रखने का निर्देश दिया है। हालांकि, हाल ही में इजरायल और हमास ने समझौते में देरी को लेकर एक-दूसरे पर आरोप लगाए थे।
कतर, मिस्र और संयुक्त राज्य अमेरिका अप्रत्यक्ष वार्ता के माध्यम से इस संकट का समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
गाजा में बढ़ रही मृतकों की संख्या
2025 के पहले दो दिनों में ही गाजा में इजरायली हमलों में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 46,000 से अधिक हो गई है।
गाजा पट्टी में जारी हवाई हमले और हिंसा से स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। इस संघर्ष ने न केवल मानव जीवन को हानि पहुंचाई है, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता और शांति प्रयासों पर भी गंभीर प्रभाव डाला है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस संकट को हल करने के लिए और अधिक ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
