दिल्ली के बाद पंजाब में भी मुश्किलें? नाराज विधायकों संग बैठक कर सकते हैं केजरीवाल
नई दिल्ली/चंडीगढ़: दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने अब पंजाब में पार्टी की स्थिति मजबूत बनाए रखने की चुनौती है। इसी कड़ी में आज केजरीवाल ने दिल्ली में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों और विधायकों के साथ एक अहम बैठक बुलाई है।
पंजाब में अंदरूनी कलह? 17-18 विधायक नाराज
आम आदमी पार्टी के सूत्रों के अनुसार, पंजाब सरकार के कामकाज से कई विधायक नाराज चल रहे हैं, खासतौर पर अमृतसर, जालंधर, लुधियाना और बॉर्डर बेल्ट के कुछ नेता। इन नाराज विधायकों की संख्या करीब 17-18 बताई जा रही है। माना जा रहा है कि ये विधायक भगवंत मान से अपनी असहमति के मुद्दे केजरीवाल के सामने रख सकते हैं और उनके साथ अलग से मुलाकात कर सकते हैं।
बैठक पर टिकीं सियासी निगाहें
इस बैठक को लेकर पंजाब की राजनीति गरमा गई है। माना जा रहा है कि केजरीवाल नाराज विधायकों को मनाने की कोशिश करेंगे ताकि पार्टी की एकता बनी रहे और अगले चुनावों में कोई संकट खड़ा न हो।
क्या बोले पार्टी सूत्र?
AAP के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, “पंजाब सरकार अच्छा काम कर रही है, लेकिन कुछ विधायकों को अपनी चिंताओं को जाहिर करने का मौका दिया जाएगा। पार्टी नेतृत्व इस पर उचित कदम उठाएगा।”
पंजाब की सत्ता बचाने की चुनौती
दिल्ली में झटका लगने के बाद AAP के लिए पंजाब बेहद अहम हो गया है। पार्टी नेतृत्व किसी भी तरह की बगावत या अंदरूनी असंतोष को बढ़ने से रोकना चाहता है। अगर नाराज विधायकों को नहीं मनाया गया तो आने वाले समय में AAP के लिए नई मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
अब देखना होगा कि इस बैठक के बाद पंजाब की सियासत में क्या नया मोड़ आता है और क्या केजरीवाल अपनी पार्टी को एकजुट रख पाने में सफल होते हैं या नहीं।
