चीन के चिड़ियाघर में गधे को जेब्रा बनाकर प्रदर्शित किया गया
चीन में अजीबो-गरीब घटनाओं की कोई कमी नहीं है, लेकिन हाल ही में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने सभी को चौंका दिया। चीन के एक चिड़ियाघर में गधे को पेंट करके ज़ेब्रा के रूप में प्रदर्शित किया गया, जिससे यह मामला चर्चा का विषय बन गया। जैसे ही इस घटना का वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, लोग इसे जानवरों के साथ धोखा और पर्यटकों को गुमराह करने वाला कदम बता रहे हैं।
आइए इस अनोखी घटना पर विस्तार से नज़र डालते हैं।
गधे को ज़ेब्रा बनाने की कोशिश!
चीन के एक स्थानीय चिड़ियाघर में एक ऐसा “ज़ेब्रा” देखा गया जो बाकी असली ज़ेब्राओं से कुछ अलग दिख रहा था। जब पर्यटकों ने गौर से देखा, तो उन्हें समझ में आया कि यह असल में कोई ज़ेब्रा नहीं बल्कि एक साधारण गधा था, जिसे सफेद और काले रंग से रंगकर ज़ेब्रा जैसा दिखाने की कोशिश की गई थी।
चिड़ियाघर आने वाले कुछ सतर्क पर्यटकों को इस जानवर के रंग और आकार में कुछ गड़बड़ी लगी। जब उन्होंने इसे करीब से देखा, तो पाया कि इसका रंग असली ज़ेब्रा की तरह प्राकृतिक नहीं था, बल्कि पेंट किया गया था। इसके बाद, किसी पर्यटक ने इसकी तस्वीरें लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दीं और यह तेजी से वायरल हो गया।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएँ
इस घटना के सामने आते ही सोशल मीडिया पर जमकर प्रतिक्रियाएँ आने लगीं। कुछ लोग इस हरकत को हास्यास्पद मान रहे थे, तो कुछ इसे जानवरों के प्रति क्रूरता का मामला बता रहे थे।
- एक यूजर ने मज़ाक उड़ाते हुए लिखा, “अगर गधा मेहनत करे तो ज़ेब्रा भी बन सकता है!”
- वहीं, एक अन्य यूजर ने नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा, “यह जानवरों के साथ अन्याय है। कोई भी चिड़ियाघर को जानवरों के प्राकृतिक रूप को बदलने का अधिकार नहीं है।“
- कुछ लोगों ने इसे चीन की आम चालाकी बताया और लिखा, “चीन में नकली सामान ही नहीं, नकली जानवर भी मिलते हैं!”
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएँ
यह पहली बार नहीं है जब किसी चिड़ियाघर ने जानवरों को लेकर इस तरह की धोखाधड़ी की हो। इससे पहले भी कई जगहों पर चिड़ियाघरों द्वारा ऐसे अजीब कारनामे किए गए हैं।
- मिस्र का नकली ज़ेब्रा मामला (2018)
- काहिरा, मिस्र के एक चिड़ियाघर में भी गधे को ज़ेब्रा बनाने के लिए रंगा गया था।
- लेकिन जब बारिश में उसका रंग बहने लगा, तो इस धोखाधड़ी का पर्दाफाश हो गया।
- चीन में ही नकली पांडा (2019)
- एक चिड़ियाघर ने काले और सफेद कुत्तों को पांडा बताकर प्रदर्शित किया था।
- उत्तर कोरिया का नकली शेर (2015)
- वहाँ के एक चिड़ियाघर में एक बड़े कुत्ते को शेर बताकर पिंजरे में रखा गया था।
इन घटनाओं से साफ पता चलता है कि कुछ चिड़ियाघर जानवरों की असली प्रजातियों को प्रदर्शित करने के बजाय पर्यटकों को गुमराह करने के लिए नकली तरीकों का इस्तेमाल करते हैं।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
वन्यजीव संरक्षण से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि यह केवल धोखा ही नहीं बल्कि जानवरों के प्रति अत्याचार भी है। जानवरों को इस तरह रंगना उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। पेंट उनके शरीर में विषाक्तता फैला सकता है और उनकी त्वचा को नुकसान पहुँचा सकता है।
इसके अलावा, पर्यटकों को इस तरह गुमराह करना भी एक अनैतिक कार्य है। चिड़ियाघरों का उद्देश्य लोगों को वन्यजीवन के बारे में शिक्षित करना होना चाहिए, न कि उन्हें गलत जानकारी देना।
निष्कर्ष
चीन के इस चिड़ियाघर में गधे को ज़ेब्रा बनाकर पेश करने की घटना ने एक बार फिर चिड़ियाघरों में जानवरों के साथ हो रहे अन्याय को उजागर किया है। यह न केवल जानवरों के प्रति गलत है, बल्कि पर्यटकों को भी धोखा देने जैसा है।
असली सवाल यह है कि क्या इस तरह की घटनाओं पर कोई कार्रवाई होगी? क्या वन्यजीव संरक्षण संगठन इस मुद्दे को गंभीरता से लेंगे? अगर इस तरह की हरकतें बंद नहीं हुईं, तो आगे और भी कई चिड़ियाघर नकली जानवरों को असली बताकर लोगों को बेवकूफ बनाते रहेंगे।
क्या आपको लगता है कि ऐसे चिड़ियाघरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए? अपनी राय हमें कमेंट में बताइए!
