पंजाब सरकार के 3 साल पूरे: उपलब्धियां, चुनौतियां और भविष्य की राह
पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने 16 मार्च 2025 को अपने तीन वर्ष पूरे किए। इस अवधि में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में कई पहल की हैं। आइए, इस तीन वर्षीय कार्यकाल की विस्तृत समीक्षा करें।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
2022 के विधानसभा चुनावों में, AAP ने पंजाब में ऐतिहासिक जीत हासिल की, जिससे राज्य की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हुआ। पार्टी ने 117 में से 92 सीटें जीतीं, जो जनता की परिवर्तन की इच्छा को दर्शाता है।
चुनावी वादे और उनकी पूर्ति
300 यूनिट मुफ्त बिजली
सरकार ने अपने वादे के अनुसार, प्रत्येक परिवार को 300 यूनिट मुफ्त बिजली प्रदान की है। यह कदम राज्य के नागरिकों के लिए आर्थिक राहत साबित हुआ है।
महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह
महिलाओं को प्रति माह 1000 रुपये देने का वादा अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। राज्य की वित्तीय स्थिति को देखते हुए, इस योजना के कार्यान्वयन में देरी हुई है।
मोहल्ला क्लीनिक
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए, सरकार ने 870 मोहल्ला क्लीनिक स्थापित किए हैं। हालांकि, इन क्लीनिकों की प्रभावशीलता और संचालन पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं मिली हैं।
रोजगार सृजन
सरकार ने 51,665 नौकरियां प्रदान की हैं, लेकिन बेरोजगारी दर अभी भी चिंता का विषय है। विशेषकर महिलाओं में बेरोजगारी दर 13.7% है, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है।
कृषि क्षेत्र
किसानों की कर्जमाफी और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के वादे पर सरकार पूरी तरह खरी नहीं उतरी है। किसानों की आत्महत्याओं के मामले जारी हैं, जो सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है।
नशा मुक्ति अभियान
नशे के खिलाफ अभियान में सरकार ने प्रयास किए हैं, लेकिन ड्रग्स ओवरडोज से होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि चिंता का विषय है। सीमा पार से ड्रग्स की तस्करी को रोकने के लिए और अधिक कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।
कानून व्यवस्था
पिछले पांच महीनों में 13 धमाकों की घटनाएं और खालिस्तानी तत्वों की सक्रियता ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। केंद्र सरकार भी इस पर चिंता व्यक्त कर चुकी है।
शिक्षा क्षेत्र
सरकार ने सरकारी स्कूलों में बुनियादी ढांचे में सुधार और शिक्षकों की भर्ती पर ध्यान केंद्रित किया है। हालांकि, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए और प्रयासों की आवश्यकता है।
औद्योगिक विकास
राज्य में निवेश आकर्षित करने के लिए नीतिगत सुधार किए गए हैं। लेकिन, उद्योगों की स्थापना और रोजगार सृजन में अपेक्षित गति नहीं दिखी है।
पर्यावरण संरक्षण
पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण अभियान और जल संरक्षण योजनाएं शुरू की गई हैं। इन योजनाओं के प्रभाव का मूल्यांकन अभी बाकी है।
वित्तीय प्रबंधन
राज्य पर 3,53,600 करोड़ रुपये का कर्ज है, जो प्रति व्यक्ति लगभग 1,12,000 रुपये है। इस वित्तीय दबाव के कारण कई योजनाओं के कार्यान्वयन में बाधा आई है।
भ्रष्टाचार विरोधी कदम
भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। लेकिन, जमीनी स्तर पर इसके प्रभाव को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं हैं।
निष्कर्ष
पंजाब में AAP सरकार के तीन वर्षों का कार्यकाल उपलब्धियों और चुनौतियों का मिश्रण रहा है। कुछ वादों को पूरा किया गया है, जबकि अन्य पर अभी काम जारी है। आने वाले वर्षों में सरकार के समक्ष वित्तीय स्थिरता, कृषि संकट, नशा मुक्ति, रोजगार सृजन और कानून व्यवस्था में सुधार जैसी प्रमुख चुनौतियां हैं। इन मुद्दों पर प्रभावी कदम उठाकर ही सरकार जनता की अपेक्षाओं पर खरी उतर सकती है।
