हिमाचल के कांगड़ा में चार गैंगस्टर दबोचे, पंजाब के जिम ट्रेनर मर्डर केस में थे वांछित
“हिमाचल प्रदेश के शांत पहाड़ी इलाके कांगड़ा में उस समय हलचल मच गई, जब पुलिस ने एक बड़े ऑपरेशन के दौरान चार कुख्यात गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया। ये सभी आरोपी पंजाब में एक जिम ट्रेनर की हत्या के मामले में फरार चल रहे थे और हिमाचल में छिपे हुए थे।”
क्या है पूरा मामला?
पंजाब के जालंधर जिले में 31 जनवरी 2025 को एक जिम ट्रेनर की दिन-दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह घटना इलाके में सनसनी बन गई थी। मृतक की पहचान गुरप्रीत सिंह के रूप में हुई थी, जो एक स्थानीय जिम में ट्रेनर था और युवाओं में खासा लोकप्रिय था।
पुलिस की शुरुआती जांच में यह सामने आया कि यह हत्या आपसी रंजिश और गैंगवार से जुड़ी थी। तभी से आरोपियों की तलाश में पंजाब पुलिस लगी हुई थी।
हिमाचल में शरण, लेकिन कानून से भाग नहीं सके
गुप्त सूचना के आधार पर पता चला कि आरोपी हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मैक्लोडगंज में छिपे हुए हैं। पंजाब पुलिस की एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने हिमाचल पुलिस के सहयोग से संयुक्त ऑपरेशन चलाया।
मैक्लोडगंज में चलाए गए इस ऑपरेशन के दौरान चारों आरोपियों को एक किराए के गेस्टहाउस से पकड़ा गया। उनके पास से दो देसी पिस्तौल, 10 जिंदा कारतूस, दो मैगजीन और एक कार भी बरामद की गई, जो हत्या के बाद फरारी के दौरान इस्तेमाल की गई थी।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी हरप्रीत उर्फ हैप्पो गैंग से जुड़े बताए जा रहे हैं। गैंगस्टरों के नाम अभी पुलिस द्वारा सार्वजनिक नहीं किए गए हैं क्योंकि जांच जारी है, लेकिन प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार सभी का आपराधिक रिकॉर्ड पहले से मौजूद है।
पुलिस की सराहनीय कार्रवाई
इस संयुक्त ऑपरेशन में हिमाचल और पंजाब पुलिस की तत्परता और तालमेल की तारीफ हो रही है। हिमाचल पुलिस के डीएसपी ने बयान देते हुए कहा,
“हमारे पास पंजाब पुलिस से पुख्ता जानकारी आई थी। हमने बिना किसी देरी के ऑपरेशन को अंजाम दिया और चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया। यह राज्य की सुरक्षा के लिए भी जरूरी था।”
स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया
मैक्लोडगंज जैसे शांत पर्यटन स्थल पर ऐसे अपराधियों की मौजूदगी की खबर से स्थानीय लोग कुछ देर के लिए स्तब्ध रह गए। हालांकि पुलिस द्वारा तुरंत कार्रवाई किए जाने से लोगों में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है।
जांच अब और भी गहराई में
गिरफ्तार आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर पंजाब ले जाया गया है। अब उनसे पूछताछ के बाद यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस हत्याकांड में और कौन-कौन शामिल है, और क्या इस गैंग के अन्य सदस्य अभी भी फरार हैं।
हिमाचल की छवि को क्यों खतरा?
हिमाचल प्रदेश देश भर में अपनी शांति, पर्यटन और सौहार्दपूर्ण वातावरण के लिए जाना जाता है। लेकिन हाल के वर्षों में कई गैंगस्टर और अपराधी हिमाचल को छिपने की जगह के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। इसकी वजह यहां का शांत वातावरण, कम भीड़भाड़ और सीमित पुलिस निगरानी हो सकता है।
राज्य सरकार को क्या करना चाहिए?
- गेस्टहाउस और होटल रजिस्ट्रेशन चेकिंग:
सभी पर्यटकों और किराएदारों की पहचान पत्र की अनिवार्य जांच हो। - सीसीटीवी निगरानी को सख्त करना:
पर्यटक स्थलों पर सीसीटीवी कवरेज को मजबूत किया जाए। - बॉर्डर चेकिंग:
राज्य की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ाई जाए ताकि अपराधी आसानी से प्रवेश न कर सकें।
निष्कर्ष
इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट हो गया है कि अपराधी कहीं भी छिप सकते हैं, लेकिन कानून के हाथ लंबे होते हैं। हिमाचल प्रदेश पुलिस और पंजाब पुलिस के तालमेल से न सिर्फ एक गंभीर अपराध में वांछित आरोपियों को पकड़ा गया, बल्कि यह संदेश भी दिया गया कि अपराधियों के लिए देश में कोई भी राज्य सुरक्षित नहीं है।
