दिल्ली विधानसभा में पहली बार हिंदू नववर्ष का भव्य स्वागत, हजारों लोगों ने लिया हिस्सा
“दिल्ली की राजनीति और संस्कृति का केंद्र मानी जाने वाली विधानसभा में इस बार एक ऐतिहासिक पहल देखी गई। पहली बार हिंदू नववर्ष के शुभ अवसर पर एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम न सिर्फ धार्मिक उत्साह का प्रतीक बना, बल्कि इसमें लगभग 2,500 से ज्यादा लोगों ने भाग लेकर इसे ऐतिहासिक बना दिया।”
🕉️ भारतीय परंपराओं को मंच मिला
यह आयोजन भारतीय संस्कृति को सम्मान देने और समाज में समरसता का संदेश फैलाने के उद्देश्य से किया गया। हिंदू नववर्ष, जिसे विक्रम संवत या चैत्र प्रतिपदा के रूप में भी जाना जाता है, को देशभर में परंपरागत रूप से पूजा-पाठ और व्रतों के साथ मनाया जाता है। दिल्ली सरकार और विधानसभा अध्यक्ष ने इसे एक नए सांस्कृतिक आंदोलन की शुरुआत बताया।
🎊 सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ रहीं आकर्षण का केंद्र
कार्यक्रम में प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर और उनके बैंड ने भक्तिमय प्रस्तुति दी, जिसने सभी उपस्थित जनों को भक्ति और आनंद के रस में डुबो दिया। साथ ही, पारंपरिक नृत्य, भजन-कीर्तन और रंग-बिरंगी सजावट ने वातावरण को और अधिक उत्सवपूर्ण बना दिया।
🏛️ राजनेताओं और समाज के प्रतिनिधियों की उपस्थिति
इस समारोह में दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष, राज्य सरकार के मंत्रीगण, सांसद, विधायक और विभिन्न धर्म व समुदायों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। सभी ने इस आयोजन की सराहना करते हुए इसे भारतीयता के प्रति सम्मान की मिसाल बताया।
🙏 फलाहार और व्रतधारियों की सुविधा
हिंदू नववर्ष के अवसर पर कई लोग व्रत रखते हैं, इसे ध्यान में रखते हुए विधानसभा में फलाहार और प्रसाद वितरण की व्यवस्था भी की गई थी। आयोजन स्थल पर स्वास्थ्य सेवाएं और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी मौजूद थे।
📅 भविष्य की झलक
दिल्ली सरकार ने यह संकेत दिया है कि अब हर वर्ष इस प्रकार के कार्यक्रमों को स्थायी रूप से मनाया जाएगा। इसमें नवरात्रि, रामनवमी, हनुमान जयंती और आंबेडकर जयंती जैसे पर्वों को भी शामिल किया जाएगा। इससे न सिर्फ धार्मिक विविधता को मान्यता मिलेगी बल्कि समाज के सभी वर्गों में आपसी भाईचारे को भी बढ़ावा मिलेगा।
