हनुमान जयंती के पावन दिन जानें पूजा का समय, चोला अर्पण की विधि और चमत्कारी लाभ
हनुमान जयंती 2025: जानिए बजरंगबली की पूजा का शुभ मुहूर्त, उपासना विधि और व्रत का महत्व
हनुमान जयंती हिन्दू धर्म का एक अत्यंत पावन पर्व है जो भगवान श्री हनुमान के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। हनुमान जयंती 2025 इस वर्ष विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि ग्रहों की स्थिति और तिथि शुभ संयोग बना रही है। इस दिन श्रद्धालु बजरंगबली की विशेष पूजा करते हैं और उपवास रखकर प्रभु से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
🌺 हनुमान जयंती 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त
हनुमान जयंती 2025 कब है?
- तिथि: 12 अप्रैल 2025 (शनिवार)
- वार: शनिवार (शनि का दिन भी हनुमान जी से जुड़ा है)
- पर्व: चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि
पूजा का शुभ मुहूर्त:
- पूर्णिमा तिथि आरंभ: 11 अप्रैल 2025, रात 09:35 बजे
- पूर्णिमा तिथि समाप्त: 12 अप्रैल 2025, रात 11:15 बजे
- पूजन का सबसे शुभ समय: 12 अप्रैल 2025 को सुबह 06:10 से दोपहर 01:15 तक
🙏 हनुमान जयंती 2025 पर पूजा विधि (Hanuman Pooja Vidhi)
पूजा की तैयारी:
- प्रातः स्नान कर शुद्ध वस्त्र पहनें
- पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें
- हनुमान जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें
- लाल फूल, सिंदूर, चोला, चमेली का तेल और लड्डू रखें
पूजा का क्रम:
- दीप जलाकर “ॐ हनुमते नमः” का 108 बार जाप करें
- हनुमान चालीसा का पाठ करें
- सुंदरकांड या रामायण का पाठ करें
- हनुमान जी को चोला चढ़ाएं
- लाल वस्त्र या सिंदूर अर्पित करें
- “बजरंग बाण” का पाठ करने से विशेष फल मिलता है
- अंत में आरती करें और प्रसाद वितरित करें
🌿 हनुमान जयंती का व्रत कैसे करें?
व्रत के नियम:
- ब्रह्मचर्य का पालन करें
- सात्विक भोजन लें
- नकारात्मक विचारों से दूर रहें
- गरीबों को भोजन या वस्त्र का दान करें
- बंदरों को चना-गुड़ खिलाएं
🕉️ हनुमान जयंती 2025 का ज्योतिषीय महत्व
हनुमान जी को पंचमुखी और अष्टसिद्धिदाता के रूप में पूजा जाता है।
कहा जाता है कि इस दिन पूजा करने से:
- शनि की दशा और साढ़ेसाती का प्रभाव कम होता है
- मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त होती है
- घर में नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है
- हर तरह की बाधाएं दूर होती हैं
🔱 हनुमान जी के प्रमुख नाम और उनका महत्व
- रामदूत: भगवान राम के दूत
- संकटमोचन: संकटों को हरने वाले
- बजरंगबली: बल और पराक्रम का प्रतीक
- मारुति नंदन: वायु पुत्र
- कपिश: वानर योद्धा
📿 हनुमान जयंती पर क्या करें और क्या न करें
क्या करें:
- सुबह-सुबह हनुमान मंदिर जाएं
- लाल रंग की वस्तुएं पहनें
- भक्ति भाव से पूजा करें
- हनुमान चालीसा पढ़ें
क्या न करें:
- मांस, मदिरा का सेवन न करें
- क्रोध, लोभ, और अहंकार से दूर रहें
- अपवित्र वस्त्र में पूजा न करें
📖 हनुमान जयंती की पौराणिक कथा संक्षेप में
हनुमान जी का जन्म अंजनी माता और केसरी के घर हुआ। उन्हें पवन देव का वरदान प्राप्त है, जिससे उनका नाम पवनपुत्र पड़ा। भगवान राम के प्रति उनकी निःस्वार्थ सेवा और भक्ति उन्हें अमर और पूज्य बना देती है।
💡 हनुमान जयंती 2025 से जुड़े खास तथ्य
- इस बार जयंती शनिवार को है, जो कि शनि दोष से मुक्ति के लिए विशेष मानी जाती है
- पूर्णिमा और विशेष नक्षत्र का संगम है, जिससे पूजा का फल और अधिक बढ़ जाता है
- दक्षिण भारत में इसे मार्गशीर्ष मास में मनाया जाता है, जबकि उत्तर भारत में चैत्र पूर्णिमा को