ज्ञानेश्वर कुमार सिंह बने भारतीय कॉरपोरेट कार्य संस्थान (IICA) के नए महानिदेशक और सीईओ
नई दिल्ली:भारतीय कॉरपोरेट कार्य संस्थान (Indian Institute of Corporate Affairs – IICA) को नया नेतृत्व मिल गया है। वरिष्ठ नौकरशाह ज्ञानेश्वर कुमार सिंह ने हाल ही में IICA के महानिदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के रूप में कार्यभार संभाला है।
IICA क्या है और इसका महत्व क्या है?
IICA, कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के तहत एक प्रमुख स्वायत्त संस्था है। इसका मुख्य उद्देश्य कॉरपोरेट गवर्नेंस, CSR (कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व), निवेशकों की शिक्षा, और नीतिगत सलाह जैसे क्षेत्रों में काम करना है। यह संस्था न केवल सरकारी अधिकारियों, बल्कि निजी क्षेत्र के पेशेवरों को भी प्रशिक्षण देती है।
ज्ञानेश्वर कुमार सिंह का परिचय
ज्ञानेश्वर कुमार सिंह एक अनुभवी प्रशासनिक अधिकारी हैं। उन्होंने विभिन्न मंत्रालयों और सरकारी संस्थानों में कार्य किया है। सार्वजनिक नीति, शासन और प्रशासनिक सुधारों में उनका अनुभव उल्लेखनीय है।
उनकी पिछली जिम्मेदारियों में विधि मंत्रालय और नीति आयोग के साथ कार्य करना शामिल रहा है। उनकी प्रशासनिक दक्षता और रणनीतिक सोच को देखते हुए उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है।
IICA में नई भूमिका और प्राथमिकताएं
ज्ञानेश्वर कुमार सिंह IICA के विकास के लिए कई योजनाएं लेकर आए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य IICA को न केवल राष्ट्रीय स्तर पर, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतिष्ठित बनाना है।
प्रमुख प्राथमिकताएं:
- कॉरपोरेट प्रशिक्षण कार्यक्रमों को आधुनिक बनाना
- CSR में पारदर्शिता और प्रभावशीलता बढ़ाना
- नीतिगत शोध और सलाह में उत्कृष्टता प्राप्त करना
- डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा देना
- नवाचार और उद्यमिता को प्रोत्साहित करना
CSR और सुशासन पर विशेष ध्यान
भारत में CSR को एक कानूनी दायित्व के रूप में देखा जाता है। ज्ञानेश्वर कुमार सिंह ने CSR की पारदर्शिता बढ़ाने और उसके प्रभाव को मापने के लिए IICA में नई रणनीतियाँ लागू करने की बात कही है।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने कहा कि सुशासन (Good Governance) के लिए साक्षरता, प्रशिक्षण और प्रमाणन कार्यक्रमों को और मजबूत किया जाएगा।
शिक्षा और प्रशिक्षण की दिशा में परिवर्तन
IICA के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को वैश्विक मानकों पर लाने की योजना है। उन्होंने कहा कि डिजिटल लर्निंग, e-governance, और डेटा एनालिटिक्स जैसे विषयों को प्रमुखता दी जाएगी।
संस्थान को वैश्विक स्तर पर पहुंचाना
ज्ञानेश्वर कुमार सिंह ने यह भी संकेत दिया कि IICA को एक वैश्विक ज्ञान केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना है। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थानों और विशेषज्ञों के साथ भागीदारी की जाएगी।
नवाचार और अनुसंधान को प्रोत्साहन
IICA में नवाचार और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग इकाइयाँ बनाई जाएंगी। इन इकाइयों का कार्य होगा नई नीतियों पर कार्य करना और उन्हें व्यावहारिक स्तर पर लागू करना।
भविष्य की योजनाएँ
- निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बीच सहयोग को बढ़ावा देना
- भारत के कॉरपोरेट सेक्टर में कौशल विकास को मजबूत करना
- नीति निर्माण में डेटा-आधारित निर्णय को बढ़ावा देना
- युवाओं को CSR और कॉरपोरेट मामलों में जागरूक बनाना
निष्कर्ष
ज्ञानेश्वर कुमार सिंह की नियुक्ति से IICA को नई दिशा मिलने की उम्मीद है। उनके नेतृत्व में संस्थान नए आयामों को छू सकता है। उनका अनुभव, दृष्टिकोण और प्रबंधन कौशल IICA को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में सहायक हो सकता है।
