भारत-पाकिस्तान डीजीएमओ बैठक: सीमा पर शांति बहाली को लेकर बनी सहमति
भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच महत्वपूर्ण वार्ता
“शनिवार को भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक का उद्देश्य सीमा पर बढ़ते तनाव को कम करना और संघर्ष विराम समझौते का सख्ती से पालन सुनिश्चित करना था। दोनों देशों ने इस संवाद के माध्यम से सीमा पर शांति बनाए रखने की प्रतिबद्धता दोहराई।”
डीजीएमओ ब्रीफिंग: क्या रहा मुख्य एजेंडा?
बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने नियंत्रण रेखा (LoC) और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में मौजूदा हालात की समीक्षा की। खासतौर पर हाल ही में हुई गोलीबारी और संघर्ष विराम उल्लंघनों को ध्यान में रखते हुए गहन चर्चा हुई। दोनों सेनाओं ने आपसी विश्वास और सहयोग बढ़ाने पर बल दिया।
संघर्ष विराम का सम्मान और सख्त पालन
बैठक में दोनों देशों के डीजीएमओ ने इस बात पर सहमति जताई कि संघर्ष विराम समझौते का पूरी तरह से सम्मान किया जाएगा और किसी भी प्रकार के उल्लंघन को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। दोनों पक्षों ने नियमित तौर पर हॉटलाइन संपर्क बनाए रखने और किसी भी तनावपूर्ण स्थिति को बातचीत से सुलझाने का संकल्प लिया।
बीते महीनों में बढ़ा था तनाव
गौरतलब है कि हाल के महीनों में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। आए दिन हो रही गोलीबारी से आम नागरिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। इस पृष्ठभूमि में हुई यह डीजीएमओ बैठक बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
शांति बहाली के लिए ठोस प्रयास
भारतीय सेना के अनुसार, सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली के उपायों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसका उद्देश्य न केवल सैनिकों की जान बचाना है, बल्कि सीमावर्ती गांवों में रहने वाले निर्दोष नागरिकों को भी सुरक्षा प्रदान करना है।
बातचीत का महत्व
भारत हमेशा से वार्ता के माध्यम से समस्याओं के समाधान का पक्षधर रहा है। डीजीएमओ स्तर की यह बैठक भी उसी नीति का एक हिस्सा है, जहां सीधे संवाद के जरिये जमीनी स्तर पर तनाव को घटाने की कोशिश की जाती है।
पाकिस्तान की ओर से क्या संकेत?
पाकिस्तानी सेना ने भी इस बैठक के बाद बयान जारी कर कहा कि वह सीमा पर शांति बहाल रखने के लिए प्रतिबद्ध है। हालांकि, भारत का रुख साफ है कि कोई भी उल्लंघन हुआ तो उसका जवाब भी उपयुक्त तरीके से दिया जाएगा।
भविष्य की रणनीति
दोनों देशों ने इस बात पर भी सहमति जताई कि भविष्य में किसी भी गलतफहमी या विवाद को बढ़ने से पहले नियंत्रण में लाने के लिए आपसी बातचीत का रास्ता खुला रहेगा। इसके अलावा, क्षेत्रीय स्थिरता को बनाए रखने के लिए संयुक्त प्रयास किए जाएंगे।
नागरिकों के लिए राहत
सीमा पर लगातार संघर्ष विराम के उल्लंघन से प्रभावित हो रहे ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए यह बैठक एक बड़ी राहत लेकर आई है। अब उम्मीद जताई जा रही है कि शांति बहाल होने से न केवल जनजीवन सामान्य होगा बल्कि विकास कार्यों में भी तेजी आएगी।
