अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पीएम मोदी करेंगे 103 स्टेशनों का उद्घाटन, कर्नाटक के 5 स्टेशन भी शामिल
“पीएम मोदी करेंगे 103 आधुनिक स्टेशनों का उद्घाटन: अमृत भारत स्टेशन योजना का बड़ा कदम”
भारत सरकार रेलवे नेटवर्क को आधुनिक, सुंदर और यात्रियों के लिए सुविधाजनक बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। इस दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 मई 2025 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 103 अमृत स्टेशनों का उद्घाटन करेंगे। यह कार्यक्रम राजस्थान के बीकानेर से आयोजित होगा।
इन स्टेशनों का निर्माण अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत किया गया है, जिसका उद्देश्य है देश के छोटे और मध्यम रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे के साथ सुसज्जित करना।
क्या है अमृत भारत स्टेशन योजना?
अमृत भारत स्टेशन योजना (ABSS) भारत सरकार की एक प्रमुख योजना है जिसके अंतर्गत 1,300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। इस योजना में आधुनिक वास्तुकला, डिजिटल सुविधाएं, दिव्यांगजन-अनुकूल संरचना, स्वच्छता, ऊर्जा दक्षता और हरित समाधान शामिल हैं।
103 स्टेशनों में 5 कर्नाटक के स्टेशन शामिल
इस उद्घाटन समारोह में कर्नाटक के 5 स्टेशन — मुनिराबाद, बागलकोट, गदग, धारवाड़ और गोकक रोड — भी शामिल हैं। इन स्टेशनों को लगभग 1,100 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकसित किया गया है।
कर्नाटक के 5 स्टेशनों का संक्षिप्त विवरण
गदग रेलवे स्टेशन: आधुनिक भवन और नई सुविधाएं
गदग स्टेशन का पुनर्विकास 23.24 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है।
अब इसमें शामिल हैं:
- भव्य प्रवेश हॉल
- सुव्यवस्थित सर्कुलेटिंग एरिया
- वाहन पार्किंग की सुविधा
- प्लेटफार्म 1, 2, 3 पर नए शेल्टर और शौचालय
- 12 मीटर चौड़ा फुट ओवर ब्रिज
- लिफ्ट और एस्केलेटर
यह स्टेशन हुबली, बेंगलुरु, मुंबई और हैदराबाद को जोड़ने वाला प्रमुख जंक्शन है।
धारवाड़ रेलवे स्टेशन: सुलभ और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर
धारवाड़ स्टेशन का कायाकल्प 17.1 करोड़ रुपये में हुआ है। यहां प्रमुख सुधार हैं:
- नया द्वार और 12 मीटर चौड़ा FOB
- 3 लिफ्ट और 2 एस्केलेटर
- डिजिटल घड़ियां, फर्नीचर और साइनेज
- विस्तृत पार्किंग और प्रतीक्षालय
- दिव्यांग-अनुकूल शौचालय और पेयजल सुविधाएं
यह स्टेशन लोंडा-हुबली लाइन पर है और बेंगलुरु, पुणे, गोवा से जुड़ता है।
बागलकोट रेलवे स्टेशन: नया अनुभव, नई सुविधा
16.06 करोड़ रुपये की लागत से विकसित, इस स्टेशन में शामिल हैं:
- नया भवन
- सुसज्जित सर्कुलेटिंग एरिया
- पुरुष/महिला प्रतीक्षालय
- लिफ्ट और एस्केलेटर
- जल बूथ, कोच इंडिकेशन बोर्ड
- बेहतर साइनेज और ब्रिज सुविधा
बागलकोट गदग-होतगी लाइन पर स्थित है और हुबली, विजयपुरा, सोलापुर से जुड़ा है।
मुनिराबाद रेलवे स्टेशन: विरासत और आधुनिकता का संगम
18.40 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकसित मुनिराबाद स्टेशन में हैं:
- नया स्टेशन भवन
- अलग एंट्री/एग्ज़िट
- 12 मीटर चौड़ा ब्रिज
- शेल्टर और शौचालय
- डिजिटल बोर्ड, लिफ्ट
- वेटिंग हॉल, पार्किंग सुविधा
यह स्टेशन हम्पी, तुंगभद्रा डैम और अंजनाद्रि पहाड़ी जैसे विश्व धरोहर स्थलों का सबसे नजदीकी स्टेशन है।
गोकक रोड रेलवे स्टेशन: क्षेत्रीय विकास को गति
16.98 करोड़ रुपये की लागत से बना स्टेशन है उत्तरी कर्नाटक का केंद्र।
विशेषताएं:
- 546 वर्गमीटर में नया भवन
- 3463 वर्गमीटर सर्कुलेटिंग एरिया
- आधुनिक साइनेज, डिजिटल डिस्प्ले
- लिफ्ट, शेल्टर, वेटिंग हॉल
- 12 मीटर चौड़ा नया ब्रिज
यह बेलगावी, पुणे, हुबली, बेंगलुरु जैसे शहरों से जुड़ा है।
क्यों खास है यह उद्घाटन?
- विरासत और आधुनिकता का संतुलन
- दिव्यांगों के लिए सुलभ संरचना
- डिजिटल और स्मार्ट सुविधाएं
- पर्यटन और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा
- स्थानीय रोजगार के अवसरों में वृद्धि
अमृत भारत स्टेशन योजना भारतीय रेलवे के बुनियादी ढांचे को नई दिशा देने वाली योजना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह पहल देश की परिवहन व्यवस्था को अधिक सुरक्षित, सुलभ और सुंदर बनाने की ओर अग्रसर है। कर्नाटक के पांच प्रमुख स्टेशनों का उद्घाटन न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधा देगा बल्कि पर्यटन और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा।