नीति आयोग की बैठक: राज्यों के विकास एजेंडे पर मंथन के लिए तैयार पीएम मोदी
"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 24 मई 2025 को नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। यह बैठक देश के विकास मॉडल और केंद्र-राज्य संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।"
क्या है नीति आयोग की बैठक का उद्देश्य?
नीति आयोग की बैठक का उद्देश्य राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ मिलकर भारत के समावेशी विकास की रूपरेखा तैयार करना है। इसमें नीति आयोग, राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल और कुछ केंद्रीय मंत्री शामिल होते हैं।
बैठक का मुख्य फोकस राज्यों के विकास, कृषि सुधार, स्वास्थ्य क्षेत्र, शिक्षा नीति, और आर्थिक सहयोग जैसे मुद्दों पर केंद्रित रहेगा।
बैठक के प्रमुख एजेंडे क्या हो सकते हैं?
1. राज्यों की विकास रणनीति पर चर्चा
नीति आयोग की बैठक में राज्यों को अपनी स्थानीय प्राथमिकताओं को साझा करने का मौका मिलेगा। इसके तहत राज्य सरकारें अपनी आवश्यकताओं के आधार पर सुझाव देंगी।
2. केंद्र और राज्य के बीच बेहतर समन्वय
बैठक में केंद्र-राज्य समन्वय को कैसे बेहतर बनाया जाए, इस पर भी गंभीर चर्चा होगी।
3. ग्राम विकास और शहरी नियोजन
प्रधानमंत्री द्वारा ग्रामीण विकास, डिजिटल इंडिया, और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं की समीक्षा भी की जा सकती है।
4. कृषि और जल प्रबंधन सुधार
खेती और जल संसाधनों के बेहतर उपयोग को लेकर भी चर्चा की जाएगी।
प्रधानमंत्री की भूमिका और दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री मोदी का यह मानना रहा है कि देश का विकास तभी संभव है जब सभी राज्य अपने स्तर पर मजबूत बनें। उन्होंने पहले भी कई बार कहा है कि “सभी राज्यों का विकास ही राष्ट्र की शक्ति है।”
इस बैठक में वे राज्यों के सुझावों को सुनकर नीतिगत निर्णयों में उन्हें शामिल करने की पहल करेंगे।
राज्यों से क्या अपेक्षा की जा रही है?
बैठक में राज्यों को अपने-अपने क्षेत्रों की प्रमुख चुनौतियों और अवसरों पर प्रस्तुति देने के लिए कहा गया है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि नीति आयोग की नीतियां जमीनी हकीकतों पर आधारित हों।
पिछली बैठकों से क्या सीखा गया?
पिछले वर्षों में हुई नीति आयोग की बैठकों ने कई महत्त्वपूर्ण निर्णयों को जन्म दिया है। जैसे:
शिक्षा नीति 2020जल जीवन मिशनआत्मनिर्भर भारत योजना
इनमें राज्यों की भागीदारी से निर्णयों को धरातल पर लाने में मदद मिली है।
नीति आयोग की बैठक क्यों है जरूरी?
नीति आयोग की बैठक संघीय ढांचे को मजबूत करने का माध्यम है। यह केंद्र और राज्यों को एक मंच पर लाकर नीति-निर्माण में पारदर्शिता लाने का प्रयास करती है। इस प्रक्रिया से यह सुनिश्चित होता है कि केंद्र की योजनाएं राज्यों की ज़रूरतों से मेल खाती हैं और ज़मीनी स्तर पर असर डालती हैं।
क्या हो सकते हैं संभावित फैसले?
विकास परियोजनाओं के लिए अतिरिक्त बजटकृषि-आधारित राज्यों के लिए नई योजनास्वास्थ्य सेवा को डिजिटल बनाने के लिए नई पहलपश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के लिए विशेष सहायता
मीडिया की नजर और जन अपेक्षाएं
सभी प्रमुख समाचार चैनल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और विश्लेषक इस बैठक पर नजर रख रहे हैं। आम जनता को उम्मीद है कि इस बार कुछ ठोस निर्णय लिए जाएंगे जो सीधे उनके जीवन को प्रभावित करेंगे।
क्यों है यह बैठक 2025 में खास?
2024 के आम चुनावों के बाद यह पहली बड़ी नीति-निर्धारण बैठक है। इसलिए यह देखना अहम होगा कि केंद्र सरकार नए दृष्टिकोण से कैसे कार्य करती है और राज्यों की मांगों को कितना महत्व देती है।
