दिल्ली पुलिस ने पकड़े 38 बांग्लादेशी अवैध घुसपैठिए, अभियान में बड़ी सफलता
"दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से देश में घुसकर राजधानी दिल्ली में रहने वाले 38 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। नॉर्थ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस की विशेष कार्रवाई के तहत ये घुसपैठिए विभिन्न इलाकों से पकड़े गए। पुलिस के मुताबिक ये लोग बिहार और हरियाणा के रास्ते दिल्ली पहुंचे थे और यहां एक फैक्ट्री में काम कर रहे थे। इनके पास वैध दस्तावेज नहीं थे।"
खुफिया जानकारी के आधार पर हुई कार्रवाई
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई विशेष खुफिया इनपुट मिलने के बाद की गई। दिल्ली पुलिस ने अलग-अलग क्षेत्रों में छापेमारी कर अवैध घुसपैठियों को हिरासत में लिया। पकड़े गए लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। अब इनकी पहचान और ठिकानों की जांच जारी है।
भारत सरकार की ‘पुश-बैक’ रणनीति और निर्वासन प्रक्रिया
दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद अवैध प्रवासियों के खिलाफ अभियान तेज हो गया है। पिछले छह महीनों में दिल्ली से लगभग 700 अवैध प्रवासियों को बांग्लादेश वापस भेजा जा चुका है। यह ‘पुश-बैक’ रणनीति के तहत किया जा रहा है।
दिल्ली में अवैध प्रवासियों के विरुद्ध सबसे सक्रिय अभियान
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के आंकड़ों के अनुसार, निर्वासित व्यक्तियों की संख्या में दिल्ली सभी राज्यों में शीर्ष पर है। इसके अलावा हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और गोवा में भी अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। इन राज्यों में भी बड़ी संख्या में अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार कर निर्वासित किया जा रहा है।
दिल्ली पुलिस ने 38 बांग्लादेशी घुसपैठिए पकड़े: मुख्य तथ्य
नॉर्थ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस की विशेष कार्रवाईबिहार और हरियाणा के रास्ते दिल्ली में पहुंचे घुसपैठिएफैक्ट्री में काम करते पाए गए, वैध दस्तावेज नहीं थे‘पुश-बैक’ रणनीति के तहत पिछले 6 महीनों में 700 अवैध प्रवासियों को निर्वासित किया गयादिल्ली में अवैध प्रवासियों के खिलाफ सबसे अधिक कार्रवाई
"दिल्ली पुलिस की यह बड़ी सफलता अवैध प्रवासियों के खिलाफ अभियान को और मजबूत करेगी। देश की सुरक्षा के लिए अवैध घुसपैठ रोकना आवश्यक है और इस दिशा में पुलिस लगातार सक्रिय है। ‘पुश-बैक’ नीति से अवैध प्रवासियों को वापस उनके मूल देश भेजा जा रहा है ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।"
