ब्रिक्स सम्मेलन 2025 में भारत का डिजिटल और अंतरिक्ष तकनीक पर जोर
"ब्रिक्स सम्मेलन 2025 में, जो ब्रासीलिया, ब्राजील में आयोजित हुआ, भारत ने डिजिटल तकनीक और अंतरिक्ष विकास के क्षेत्र में अपनी प्रतिबद्धता को पुनः दोहराया। केंद्रीय ग्रामीण विकास और संचार राज्य मंत्री चंद्रशेखर पेम्मासानी ने इस सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला।"
डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर: भारत का वैश्विक मॉडल
भारत के डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे आधार, यूपीआई और डिजिलॉकर ने दुनिया भर में एक मिसाल कायम की है। मंत्री पेम्मासानी ने बताया कि ये प्रौद्योगिकियाँ समावेशी विकास का मार्ग प्रशस्त कर रही हैं और अब ब्रिक्स जैसे वैश्विक मंचों पर इनका मूल्यांकन किया जा रहा है।
ब्रिक्स में भारत की कूटनीतिक भागीदारी
ब्रिक्स के सदस्य देशों – ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, यूएई, इथियोपिया, ईरान, इंडोनेशिया और सऊदी अरब – के बीच सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया। भारत ने यूनिवर्सल कनेक्टिविटी, अंतरिक्ष तकनीक, पर्यावरणीय स्थिरता और डिजिटल इकोसिस्टम जैसे क्षेत्रों में अपनी उपलब्धियां साझा कीं।
भारत-ब्राजील के बीच तकनीकी सहयोग
भारत और ब्राजील के बीच डिजिटल भविष्य को सुरक्षित और स्मार्ट बनाने के लिए द्विपक्षीय वार्ता हुई। इसमें 6जी तकनीक, क्वांटम टेक्नोलॉजी, सैटकॉम, और टेलीकॉम सुरक्षा पर चर्चा हुई। ब्राजील में चल रहे 6 GHz ट्रायल्स और सैटेलाइट संचार जरूरतों के संदर्भ में भारत ने सहयोग का प्रस्ताव रखा।
डिजिटल डिवाइड को समाप्त करने की दिशा में भारत का प्रयास
दक्षिण अफ्रीका सहित अन्य ब्रिक्स देशों के साथ भारत ने डिजिटल डिवाइड को कम करने के लिए डिजिटल कौशल विकास, यूपीआई आधारित भुगतान प्रणाली, डिजिटल बैंकिंग और डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर पर सहयोग बढ़ाने की बात की।
4जी, 5जी और सैटेलाइट सुधारों में भारत की प्रगति
भारत ने 4जी और 5जी नेटवर्क के विस्तार, फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क, टेलीकॉम धोखाधड़ी की रोकथाम और सैटेलाइट संचार के क्षेत्र में विशेष प्रगति की है। मंत्री पेम्मासानी ने बताया कि भारत के इन प्रयासों को ब्रिक्स देशों ने सराहा है।
ब्रिक्स बैठक के मुख्य उद्देश्य
2 जून को ब्रासीलिया में आयोजित इस बैठक का उद्देश्य एक खुला, समावेशी, नवाचार-प्रधान, विकासोन्मुख और टिकाऊ डिजिटल भविष्य सुनिश्चित करना था। इस सम्मेलन में सभी प्रतिभागी देशों ने अपने अनुभव साझा किए और तकनीकी सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत का बहुपक्षीय प्रतिनिधिमंडल
ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में भारत का एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भी ब्राजील पहुंचा। मंत्री पेम्मासानी ने उनके प्रयासों की सराहना की और इसे भारत की बहुपक्षीय कूटनीतिक सहभागिता का प्रतीक बताया।
"ब्रिक्स सम्मेलन 2025 में भारत ने यह स्पष्ट किया कि वह डिजिटल और अंतरिक्ष तकनीक के क्षेत्र में नेतृत्व करने को तैयार है। डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर सैटेलाइट सहयोग तक, भारत ब्रिक्स के लिए एक तकनीकी साझेदार के रूप में उभर रहा है। यह सम्मेलन सहयोग की नई संभावनाओं और साझा विकास के एक मजबूत मंच के रूप में उभरा है।"
