अमरनाथ यात्रा की तैयारी में एनएचएआई ने की समीक्षा बैठक, यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा पर जोर
अमरनाथ यात्रा की तैयारियों पर एनएचएआई की समीक्षा बैठक: सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता
“आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए यात्रा मार्ग की सुरक्षा और तीर्थयात्रियों की सुविधा को सुनिश्चित करने के लिए एनएचएआई (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) ने मंगलवार को राज्य प्रशासन के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की। यह बैठक जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के 228 किलोमीटर लंबे खंड की स्थिति का जायजा लेने और यात्रा के दौरान यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए तैयारियों में तेजी लाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।”
यात्रा मार्ग पर सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना
राष्ट्रीय राजमार्ग 44 की समीक्षा और तैयारियों की योजना
एनएचएआई द्वारा आयोजित इस बैठक में यात्रा मार्ग पर स्थित एनएच-44 के जम्मू-श्रीनगर खंड पर सड़क सुरक्षा, लेन चिह्नों और राइडिंग सर्फेस की स्थिति का विस्तृत रूप से मूल्यांकन किया गया। मंत्रालय के बयान के अनुसार, इस दौरान यात्रा मार्ग की समस्त स्थितियों को ध्यान में रखते हुए आवश्यक सुधार और कार्यों की योजना बनाई गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य यह था कि यात्रा के दौरान किसी भी तरह की अप्रत्याशित समस्याओं से निपटने के लिए तत्काल उपाय किए जाएं।
तत्काल प्रतिक्रिया टीमों का गठन
मौसम और आपदाओं से निपटने के लिए तैयारियां
बैठक में यह भी तय किया गया कि यात्रा मार्ग पर किसी भी अप्रत्याशित मौसम की स्थिति जैसे बारिश, भूस्खलन या बाढ़ जैसी घटनाओं से निपटने के लिए पर्याप्त जनशक्ति और मशीनरी के साथ त्वरित प्रतिक्रिया टीमों की तैनाती की जाएगी। एनएचएआई के अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि हर परिस्थिति में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सर्वोत्तम बनी रहे।
स्वास्थ्य सेवाओं के लिए विशेष कदम
अस्पतालों में एम्बुलेंस की तैनाती
यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एनएचएआई ने रामबन और अनंतनाग जिलों के अस्पतालों के लिए पांच एम्बुलेंस का एक बेड़ा प्रदान किया। इन एम्बुलेंसों का संचालन काजीगुंड एक्सप्रेसवे प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जाएगा। जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इन एम्बुलेंसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
एनएचएआई के अध्यक्ष का बयान: श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
संतोष कुमार यादव की समीक्षा बैठक में महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ
बैठक में एनएचएआई के चेयरमैन संतोष कुमार यादव ने कहा, "श्रद्धालुओं और यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।" उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम करें और यात्रा की सभी तैयारियों को शीघ्र पूरा करें ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
निर्माण कार्यों में तेजी और सड़क सुरक्षा
सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता देने की आवश्यकता
एनएचएआई के सदस्य (तकनीकी) आलोक दीपांकर ने कहा कि खराब मौसम के कारण बाढ़ या भूस्खलन जैसी समस्याओं से निपटने के लिए पर्याप्त जनशक्ति और मशीनरी की तैनाती सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही, निर्माणाधीन खंडों पर काम में तेजी लाने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए उचित सड़क सतहों, लेन मार्किंग आदि की व्यवस्था करने का निर्देश भी दिया गया।
अमरनाथ यात्रा की शुरुआत: 3 जुलाई से शुरू होगी यात्रा
पहला जत्था गुरुवार को रवाना होगा
पवित्र अमरनाथ यात्रा की शुरुआत 3 जुलाई 2024 से होने जा रही है। यात्रा के लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। 3 जुलाई को श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना होगा, जो बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पवित्र अमरनाथ गुफा तक पहुंचेगा। सरकार और एनएचएआई ने यात्रा के मार्ग को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।
सुरक्षा और सुविधा में सुधार का उद्देश्य
यात्रा के दौरान बेहतर अनुभव देने की योजना
एनएचएआई की समीक्षा बैठक में यात्रा के दौरान सुरक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन और आपातकालीन सेवाओं के सभी पहलुओं को शामिल किया गया। बैठक में यह सुनिश्चित किया गया कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो और उन्हें अधिक से अधिक सुविधा प्रदान की जा सके।
