पीएम मोदी ने तमिलनाडु में परमकुडी-रामनाथपुरम 4-लेन सड़क निर्माण के फैसले की सराहना की
पीएम मोदी ने परमकुडी-रामनाथपुरम सड़क निर्माण के कैबिनेट फैसले की सराहना की
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा तमिलनाडु में परमकुडी-रामनाथपुरम 4-लेन सड़क निर्माण के फैसले की सराहना की है। इस परियोजना से न केवल क्षेत्रीय संपर्क बेहतर होगा, बल्कि पर्यटन और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसे तमिलनाडु की प्रगति के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया।”
परमकुडी-रामनाथपुरम सड़क परियोजना: विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 46.7 किमी सड़क के निर्माण को दी मंजूरी
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को तमिलनाडु में 46.7 किमी लंबी परमकुडी-रामनाथपुरम सड़क को 4-लेन में अपग्रेड करने के निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी दी। यह परियोजना हाइब्रिड एन्युटी मोड (एचएएम) पर आधारित होगी और इसकी कुल पूंजी लागत 1,853 करोड़ रुपये है। परियोजना का उद्देश्य न केवल यातायात की भीड़ को कम करना है, बल्कि आर्थिक गतिविधियों को गति देने और पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा देने का है।
परियोजना के लाभ: सुरक्षा, पर्यटन और आर्थिक वृद्धि
यातायात की भीड़ कम होगी, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
इस परियोजना के पूरा होने के बाद, परमकुडी से रामनाथपुरम तक के क्षेत्र में यातायात की भीड़ में काफी कमी आएगी। यह परियोजना क्षेत्रीय विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, खासकर रामेश्वरम और धनुषकोडी जैसे प्रमुख धार्मिक और पर्यटन केंद्रों के लिए। साथ ही, सड़क की बेहतर कनेक्टिविटी के कारण क्षेत्र में व्यापार और औद्योगिक विकास के नए रास्ते भी खुलेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "4-लेन परमकुडी-रामनाथपुरम सेक्शन के निर्माण से यातायात की भीड़ कम होगी, और आर्थिक विकास और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। यह तमिलनाडु की तरक्की के लिए एक बेहतरीन खबर है।"
नौकरी के अवसर और क्षेत्रीय विकास
प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजन
यह परियोजना लगभग 8.4 लाख व्यक्ति-दिन प्रत्यक्ष और 10.45 लाख व्यक्ति-दिन अप्रत्यक्ष रोजगार भी उत्पन्न करेगी। इसके माध्यम से स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और आसपास के क्षेत्रों में समृद्धि और विकास के नए रास्ते खोले जाएंगे। इस परियोजना से क्षेत्रीय आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी।
मौजूदा सड़क नेटवर्क की समस्याएँ
एनएच-87 के 2-लेन की अत्यधिक भीड़भाड़
वर्तमान में, मदुरै, परमकुडी, रामनाथपुरम, मंडपम, रामेश्वरम और धनुषकोडी के बीच संपर्क 2-लेन राष्ट्रीय राजमार्ग 87 (एनएच-87) और संबंधित राज्य राजमार्गों पर निर्भर है। इन मार्गों पर यातायात की अधिकता के कारण कई बार भीड़-भाड़ की समस्या उत्पन्न होती है। इस परियोजना के तहत, परमकुडी से रामनाथपुरम तक एनएच-87 के 46.7 किमी हिस्से को 4-लेन में अपग्रेड किया जाएगा, जिससे यातायात की भीड़ में कमी आएगी और सड़क सुरक्षा में भी सुधार होगा।
सड़क सुरक्षा में सुधार और आवागमन की सुविधा
तेजी से बढ़ते शहरों की आवागमन संबंधी जरूरतें पूरी होंगी
परियोजना से परमकुडी, सथिराकुडी, अचुंदनवयाल और रामनाथपुरम जैसे तेजी से बढ़ते शहरों की आवागमन संबंधी जरूरतें पूरी होंगी। सड़क को चौड़ा करने से इन शहरों में यातायात की सुगमता सुनिश्चित होगी और इन क्षेत्रों में विकास के नए अवसर उत्पन्न होंगे। सड़क सुरक्षा में भी सुधार होगा, जिससे दुर्घटनाओं में कमी आएगी और यात्रियों के लिए सड़क यात्रा को सुरक्षित बनाया जाएगा।
परियोजना का महत्व: तमिलनाडु और भारत की प्रगति
केंद्रीय मंत्रिमंडल का फैसला और प्रधानमंत्री की सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस परियोजना के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसले की सराहना की और इसे तमिलनाडु के आर्थिक और पर्यटन विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। इस परियोजना के तहत सड़क चौड़ीकरण के साथ-साथ सुरक्षा उपायों को भी बेहतर बनाया जाएगा, जिससे यात्रा करना सुरक्षित और सुविधाजनक होगा। इसके अलावा, यह परियोजना न केवल तमिलनाडु के लिए बल्कि पूरे देश के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान होगी।
समग्र विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम
केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा तमिलनाडु में परमकुडी-रामनाथपुरम सड़क निर्माण की मंजूरी से क्षेत्रीय विकास में तेजी आएगी। इस परियोजना से न केवल यातायात की भीड़ कम होगी, बल्कि आर्थिक और पर्यटन गतिविधियाँ भी बढ़ेंगी। इसके अलावा, रोजगार सृजन और सुरक्षा में सुधार जैसी अन्य सकारात्मक पहलुओं को भी यह परियोजना जन्म देगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुसार, यह परियोजना तमिलनाडु की प्रगति और समग्र विकास के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
