एयर इंडिया अहमदाबाद विमान हादसा: जांच के लिए केंद्र सरकार की उच्च स्तरीय समिति गठित
"12 जून 2025 को गुजरात के अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का विमान AI-171 टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दर्दनाक हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से केवल एक व्यक्ति ही जीवित बचा। इस हादसे के बाद केंद्र सरकार ने एयर इंडिया अहमदाबाद विमान हादसे की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। इसका उद्देश्य है दुर्घटना के कारणों की निष्पक्ष और तकनीकी जांच कराना और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बेहतर दिशा-निर्देश तय करना।"
नागरिक उड्डयन मंत्रालय की आधिकारिक घोषणा
नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट जारी कर बताया कि एक विशेष समिति बनाई गई है, जिसमें विमानन, सुरक्षा, इंजीनियरिंग और नीतिगत क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल हैं।
समिति के उद्देश्य
समिति निम्नलिखित बिंदुओं पर काम करेगी:
- हादसे के तकनीकी और परिचालन कारणों की जांच
- मौजूदा SOPs (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर्स) की समीक्षा
- नई सुरक्षा नीतियों और दिशा-निर्देशों की सिफारिश
- विमान हादसों से निपटने के लिए रिस्पॉन्स मैकेनिज्म को सुदृढ़ बनाना
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि यह समिति किसी अन्य चल रही जांच का विकल्प नहीं है, बल्कि इसका ध्यान भविष्य की रोकथाम और प्रबंधन पर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का घटनास्थल पर दौरा
हादसे के अगले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं अहमदाबाद पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया। उन्होंने स्थिति की समीक्षा करते हुए बचाव दलों से बातचीत की और घायलों का हालचाल जाना। प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पीड़ितों और उनके परिजनों को हरसंभव सहायता पहुंचाई जाए।
एयर इंडिया की ओर से सहायता केंद्र
एयर इंडिया ने मृतकों के परिजनों की मदद के लिए ‘मित्र एवं सहायता केंद्र’ की स्थापना की है। ये केंद्र दिल्ली, मुंबई, और गैटविक एयरपोर्ट पर स्थापित किए गए हैं।
इन केंद्रों का उद्देश्य है:
- पीड़ित परिवारों को मनोवैज्ञानिक, कानूनी और वित्तीय सहायता
- दुर्घटना से संबंधित अद्यतन जानकारी देना
- संपर्क और संचार का माध्यम बनना
हादसे की पृष्ठभूमि
AI-171 विमान ने 12 जून को सुबह लगभग 4:30 बजे अहमदाबाद से उड़ान भरी थी। टेकऑफ के ठीक बाद विमान ने तकनीकी खराबी के संकेत दिए और रनवे से कुछ दूरी पर तेज धमाके के साथ गिरकर आग पकड़ ली।
हादसे में:
- कुल सवार: 242
- जीवित बचे: केवल 1
- घायल: 4 (जिनमें से 2 की हालत गंभीर)
- मृतक: 237
विमानन सुरक्षा को लेकर सरकार के कदम
यह हादसा देश में विमानन सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। इसी के मद्देनज़र सरकार ने विशेषज्ञों की यह समिति बनाई है, ताकि:
- दोषियों की जवाबदेही तय हो
- सिस्टम में जो खामियां हैं, उन्हें सुधारा जाए
- यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि बनी रहे
विशेषज्ञों की क्या है राय?
विमानन विशेषज्ञों का कहना है कि:
- हादसे की ब्लैक बॉक्स रिपोर्ट और एयर ट्रैफिक कंट्रोल रिकॉर्ड की समीक्षा जरूरी है
- रखरखाव प्रक्रिया, उड़ान से पहले की चेकलिस्ट और पायलट ट्रेनिंग में गंभीर चूक की जांच होनी चाहिए
- संचार विफलता की भी समीक्षा जरूरी है
"एयर इंडिया अहमदाबाद विमान हादसे ने देश में विमानन सुरक्षा के लिए एक जाग्रति का क्षण पैदा किया है। केंद्र सरकार की उच्च स्तरीय समिति से यह उम्मीद की जा रही है कि वह समयबद्ध और पारदर्शी जांच कर इस दुखद घटना के पीछे के कारणों को सामने लाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को टाला जा सके।"
