ट्रंप प्रशासन का कदम – वीजा इंटरव्यू पर अस्थायी रोक
"अमेरिका में पढ़ने की इच्छा रखने वाले विदेशी छात्रों के लिए नए नियम चुनौतीपूर्ण हो गए हैं। ट्रंप प्रशासन ने कुछ देशों के छात्र वीजा (F-1, M-1) इंटरव्यू पर अस्थायी रोक लगा दी है, जिससे हजारों छात्र प्रभावित हुए हैं। यह निर्णय कोरोना महामारी और सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए लिया गया है।"
विदेशी छात्रों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
वीजा प्रक्रिया में देरी – नए आवेदकों को इंटरव्यू के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।ऑनलाइन क्लासेज की अनिवार्यता – कुछ छात्रों को अमेरिका पहुँचने से पहले ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करनी होगी।विश्वविद्यालयों पर दबाव – अमेरिकी यूनिवर्सिटीज़ को छात्रों के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएँ करनी होंगी।
किन देशों के छात्र सबसे ज्यादा प्रभावित?
इस नीति से भारत, चीन, मध्य पूर्व और अफ्रीकी देशों के छात्रों को सबसे अधिक परेशानी होने की आशंका है, क्योंकि यहाँ से सबसे ज्यादा संख्या में छात्र अमेरिका पढ़ने जाते हैं।
क्या यह निर्णय स्थायी है?
अमेरिकी सरकार ने इसे अस्थायी उपाय बताया है, जो महामारी और सुरक्षा कारणों से लागू किया गया है। हालाँकि, यदि यह नीति लंबे समय तक चलती है, तो अमेरिकी शिक्षा क्षेत्र को आर्थिक नुकसान हो सकता है, क्योंकि विदेशी छात्र अमेरिकी यूनिवर्सिटीज़ की आय का एक बड़ा स्रोत हैं।
विकल्प क्या हैं?
प्रभावित छात्र निम्न विकल्पों पर विचार कर सकते हैं:
दूसरे देशों में पढ़ाई – कनाडा, यूके, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में वीजा नियम अपेक्षाकृत आसान हैं।ऑनलाइन कोर्सेज – कुछ अमेरिकी संस्थान ऑनलाइन डिग्री प्रोग्राम भी ऑफर कर रहे हैं।वीजा अपडेट्स की निगरानी – अमेरिकी दूतावासों की वेबसाइटों पर नियमित अपडेट्स चेक करते रहें।
"ट्रंप प्रशासन का यह कदम विदेशी छात्रों के लिए एक बड़ी बाधा बन गया है। हालाँकि, यह नीति अस्थायी है और भविष्य में इसमें ढील दी जा सकती है। छात्रों को अपनी योजनाएँ लचीली रखनी चाहिए और वैकल्पिक मार्गों पर विचार करना चाहिए।"
