अमित शाह ने अमरनाथ यात्रा 2025 की सुरक्षा को लेकर की समीक्षा, आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने के निर्देश
"केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आगामी अमरनाथ यात्रा 2025 की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए। अमित शाह ने सुरक्षा बलों को सतर्क रहने और यात्रा को पूरी तरह शांतिपूर्ण सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए।"
अमित शाह ने अमरनाथ यात्रा 2025 सुरक्षा की तैयारियों की की विस्तार से समीक्षा
बैठक में गृह मंत्री अमित शाह ने अमरनाथ यात्रा 2025 की सुरक्षा व्यवस्था का बारीकी से जायजा लिया। उन्होंने सभी सुरक्षा एजेंसियों से पवित्र यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता देने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन तीर्थयात्रियों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बैठक करीब एक घंटे 30 मिनट तक चली।
आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने पर दिया जोर
बैठक में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई। अमित शाह ने सुरक्षा एजेंसियों को आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि घुसपैठ रोकने और आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कदम उठाने के लिए सभी विभाग मिलकर काम करें। अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगी, इसलिए इस दौरान सुरक्षा में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी।
गृह मंत्री अमित शाह का सीमावर्ती पुंछ जिले का दौरा
गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को पाकिस्तान सीमा से लगे पुंछ जिले का दौरा करेंगे। वहां वे पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित नागरिकों से मुलाकात करेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे। इसके अलावा वे बीएसएफ के जवानों को संबोधित करेंगे, क्षतिग्रस्त धार्मिक स्थलों का निरीक्षण करेंगे और गोलीबारी में शहीद हुए लोगों के परिजनों को नियुक्ति पत्र प्रदान करेंगे।
केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन की प्रतिबद्धता
अमित शाह ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “अमरनाथ तीर्थ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था और तैयारियों का मूल्यांकन किया। यात्रा को निर्बाध और सुरक्षित तरीके से पूरा कराने के लिए पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन तीर्थयात्रियों को सभी आवश्यक सुविधाएं देने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।”
अमरनाथ यात्रा 2025 सुरक्षा: मुख्य बिंदु
सुरक्षा एजेंसियों को अत्यधिक सतर्क रहने के निर्देशआतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख और घुसपैठ रोकने के कदमतीर्थयात्रियों को पूरी सुरक्षा और सुविधाएं सुनिश्चित करनासीमावर्ती इलाकों में गोलाबारी प्रभावित नागरिकों की मददबीएसएफ जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए विशेष बैठक
"अमित शाह की यह सुरक्षा समीक्षा बैठक अमरनाथ यात्रा 2025 को पूरी तरह शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से हुई। आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख के साथ यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। सीमावर्ती इलाकों में स्थिति का निरंतर निरीक्षण और प्रभावित नागरिकों की सहायता भी केंद्र सरकार की प्राथमिकता में शामिल है।"
