Newsराजनीतिराज्यों से

अमित शाह वाराणसी दौरा: दो दिवसीय यात्रा में विकास और सुरक्षा पर होगी चर्चा

“केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह वाराणसी दौरे पर सोमवार से दो दिन के लिए काशी पहुंच रहे हैं। इस दौरान वे 24 जून को मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक की अध्यक्षता करेंगे। यह पहली बार है जब यह महत्वपूर्ण बैठक वाराणसी (काशी) में आयोजित की जा रही है, जिससे इस दौरे का राजनीतिक और प्रशासनिक महत्व बढ़ गया है।”


चार राज्यों के मुख्यमंत्री भी रहेंगे शामिल

अमित शाह के इस दौरे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ तीन अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे:

यह सभी नेता लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर गृह मंत्री का स्वागत करेंगे और फिर काशी कोतवाल श्री काल भैरव और काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करेंगे।


रात्रिभोज और सांस्कृतिक स्वागत की तैयारियां

सोमवार की रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से सभी गणमान्य अतिथियों के लिए विशेष रात्रिभोज का आयोजन किया गया है। वहीं भाजपा कार्यकर्ता और नेता अमित शाह के स्वागत के लिए काशी की पारंपरिक सांस्कृतिक विधाओं का प्रदर्शन करेंगे। स्वागत 11 अलग-अलग स्थानों पर होगा जिसमें शामिल होंगे:

इस आयोजन से स्थानीय जनता को भी कार्यक्रम से जोड़ने का प्रयास किया गया है।


मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक: मुख्य विषय क्या होंगे?

यह बैठक 24 जून को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक होटल ताज, वाराणसी में होगी। इसमें निम्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी:

बैठक में शामिल होंगे:


सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियां पूरी

जिला प्रशासन ने बैठक को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को अंतिम रूप दे दिया है। वाराणसी के कई क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था में परिवर्तन, ड्रोन निगरानी, और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।

यह पहला अवसर है जब काशी में इतनी उच्चस्तरीय क्षेत्रीय बैठक हो रही है, जिससे वाराणसी की राजनीतिक और रणनीतिक महत्ता और भी बढ़ गई है।


राजनीतिक दृष्टिकोण से क्यों अहम है यह दौरा?


अमित शाह का काशी आगमन, प्रशासन और राजनीति दोनों के लिए बड़ा संकेत

अमित शाह वाराणसी दौरा सिर्फ एक राजनीतिक यात्रा नहीं है, बल्कि इससे जुड़ी मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक उत्तर भारत के चार प्रमुख राज्यों के लिए महत्वपूर्ण निर्णयों की नींव रख सकती है। वाराणसी जैसे सांस्कृतिक शहर में इस बैठक का आयोजन केंद्र सरकार के विकास और सुरक्षा एजेंडे को ज़मीन पर उतारने की कोशिश है।

Please Read and Share