अमृत उद्यान 2025: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने किया तीन नए आकर्षणों का उद्घाटन, 16 अगस्त से जनता के लिए खुला
अमृत उद्यान 2025: नई पहचान और आकर्षण
“राष्ट्रपति भवन स्थित अमृत उद्यान इस बार और भी खास हो गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शनिवार को तीन नए आकर्षणों का उद्घाटन किया—प्लूमेरिया गार्डन, बरगद ग्रोव और बैबलिंग ब्रूक। ये तीनों आकर्षण इस साल के ग्रीष्मकालीन संस्करण में पहली बार जनता के सामने प्रस्तुत किए जा रहे हैं।”
प्लूमेरिया गार्डन: रंगों और हरियाली का संगम
प्लूमेरिया गार्डन को खास तरह से डिजाइन किया गया है। यहां घास के टीलों और विशेष पौधों की सजावट की गई है। इस बगीचे में प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत मेल देखने को मिलता है। यह स्थान आगंतुकों को शांति और सुकून का अनुभव कराएगा।
बरगद ग्रोव: पंचतत्व और प्रकृति का अद्भुत मेल
बरगद ग्रोव को इस तरह से सजाया गया है कि यह आगंतुकों को प्रकृति की गोद में ले जाता है।
- यहां रिफ्लेक्सोलॉजी पथ तैयार किया गया है जिससे पैरों पर चलते समय ऊर्जा और स्वास्थ्य लाभ मिलता है।
- पंचतत्व पथ के जरिए आगंतुक जीवन के पांच तत्वों—जल, वायु, अग्नि, आकाश और पृथ्वी—की अनुभूति कर सकते हैं।
- साथ ही जंगल जैसे ध्वनि परिदृश्य बनाए गए हैं जो प्राकृतिक वातावरण का अनुभव कराते हैं।
बैबलिंग ब्रूक: जलप्रवाह और मूर्तिकला का सौंदर्य
बैबलिंग ब्रूक अमृत उद्यान का सबसे आकर्षक हिस्सा बनकर उभरा है। इसमें झरनों, मूर्तिकला की टोंटियों, सीढ़ीनुमा पत्थरों और एक सुंदर कुंड का निर्माण किया गया है। इस जगह पर बैठकर आगंतुक शांति और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।
अमृत उद्यान का ग्रीष्मकालीन संस्करण 2025
इससे पहले राष्ट्रपति मुर्मु ने अमृत उद्यान के ग्रीष्मकालीन वार्षिक संस्करण
2025 का उद्घाटन किया था। यह संस्करण
16 अगस्त से
14 सितंबर
2025 तक आयोजित किया जाएगा।
- उद्यान सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहेगा।
- अंतिम प्रवेश शाम 5:15 बजे तक मिलेगा।
- हर सोमवार को देखभाल के लिए उद्यान बंद रहेगा।
प्रवेश और पंजीकरण की प्रक्रिया
अमृत उद्यान में प्रवेश निःशुल्क है लेकिन पंजीकरण अनिवार्य है।
- आगंतुक राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।
- इसके अलावा गेट नंबर 35 के बाहर बने स्वयं सेवा कियोस्क से भी पंजीकरण कराया जा सकता है।
- प्रवेश गेट नंबर 35 (नॉर्थ एवेन्यू रोड के पास) से मिलेगा।
किन वस्तुओं की अनुमति है?
उद्यान में प्रवेश के दौरान कुछ वस्तुओं को ले जाने की अनुमति होगी:
- मोबाइल फोन
- इलेक्ट्रॉनिक चाबियां
- पर्स और हैंडबैग
- पानी की बोतलें
- बच्चों की दूध की बोतलें
- छाते
इसके अलावा किसी अन्य वस्तु को अंदर ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
अमृत उद्यान का ऐतिहासिक महत्व
अमृत उद्यान, जिसे पहले मुगल गार्डन के नाम से जाना जाता था, राष्ट्रपति भवन का अहम हिस्सा है। इसे देश-विदेश के लोग देखने आते हैं। हर साल यहां अलग-अलग मौसम के अनुसार फूलों और पौधों की प्रदर्शनी लगाई जाती है। अब नए आकर्षणों के जुड़ने से इसकी भव्यता और भी बढ़ गई है।
पर्यावरण और संस्कृति का संगम
अमृत उद्यान
2025 केवल एक गार्डन नहीं बल्कि प्रकृति, संस्कृति और कला का अद्भुत संगम है। यहां आने वाले लोग न केवल फूलों और पौधों का आनंद ले सकते हैं, बल्कि भारतीय परंपरा और आधुनिक डिजाइन का मेल भी देख सकते हैं।
आम जनता के लिए विशेष अवसर
16 अगस्त से
14 सितंबर तक यह अवसर हर नागरिक के लिए खुला रहेगा। जो लोग दिल्ली आएंगे, उनके लिए यह जगह घूमने और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने का बेहतरीन स्थान साबित होगी।