भारत ब्राजील ऊर्जा सहयोग और अहम समझौते: पीएम मोदी की ब्राजील यात्रा में हुआ बड़ा विस्तार
भारत ब्राजील ऊर्जा सहयोग को मिली नई दिशा, व्यापार और तकनीक के क्षेत्र में कई समझौते
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा की ब्रासीलिया में हुई मुलाकात के दौरान भारत ब्राजील ऊर्जा सहयोग पर विशेष ध्यान दिया गया। इस अवसर पर दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण समझौतों (MoUs) का आदान-प्रदान हुआ। इन समझौतों का उद्देश्य न केवल द्विपक्षीय व्यापार को गति देना है, बल्कि स्वच्छ ऊर्जा और सतत विकास जैसे क्षेत्रों में भी दीर्घकालिक साझेदारी को मजबूत करना है।”
ऊर्जा सहयोग: स्वच्छ भविष्य की नींव
प्रधानमंत्री मोदी ने वार्ता के बाद कहा कि “ऊर्जा के क्षेत्र में भारत और ब्राजील का सहयोग निरंतर बढ़ रहा है।” दोनों देशों ने इस क्षेत्र को प्राथमिकता दी है, जिसमें ग्रीन एनर्जी, अक्षय स्रोत और जलवायु के अनुकूल टेक्नोलॉजी शामिल हैं।
स्वच्छ ऊर्जा के लिए हुए MoUs के उद्देश्य:
- सौर और पवन ऊर्जा प्रौद्योगिकी में सहयोग
- ऊर्जा कुशल तकनीकों का साझा विकास
- कार्बन उत्सर्जन में कमी के लिए संयुक्त प्रयास
- ग्रीन हाइड्रोजन और बैटरी स्टोरेज इनोवेशन
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राज़ील में आयोजित होने वाली COP 30 बैठक के लिए राष्ट्रपति लूला को बधाई भी दी और भारत की पूर्ण भागीदारी का आश्वासन दिया।
20 अरब डॉलर व्यापार लक्ष्य: भारत-ब्राजील आर्थिक सहयोग की नई उड़ान
दोनों नेताओं ने अगले पांच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार को 20 अरब डॉलर तक पहुंचाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया। इसके लिए एक मंत्रीस्तरीय स्थायी निगरानी तंत्र की स्थापना की जाएगी, जो व्यापार और निवेश से जुड़े पहलुओं की सतत समीक्षा करेगा।
आर्थिक सहयोग के प्रमुख बिंदु:
- व्यापार और निवेश नीति में समन्वय
- India-Mercosur व्यापार समझौते का विस्तार
- दोनों देशों के व्यापारिक समुदायों के बीच संवाद को प्रोत्साहन
- पर्यटन और खेल के जरिए आपसी संबंधों को सशक्त करना
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “खेल और पर्यटन के माध्यम से लोगों के बीच आपसी संबंधों को बढ़ाना हमारी बातचीत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा।”
रक्षा, सुरक्षा और एआई में सहयोग को मिली मजबूती
भारत और ब्राजील ने रक्षा, सुरक्षा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्रों में सहयोग को और गहरा करने का फैसला लिया। दोनों देशों का मानना है कि यह रणनीतिक भागीदारी वैश्विक शांति और प्रौद्योगिकी-आधारित विकास में मददगार साबित होगी।
मुख्य क्षेत्रों में बढ़ता सहयोग:
- रक्षा उद्योगों के बीच टेक्नोलॉजी और उत्पादन साझेदारी
- साइबर सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी नीति पर समन्वय
- एआई और मशीन लर्निंग आधारित समाधान का संयुक्त विकास
महत्वपूर्ण तकनीकी क्षेत्र: अंतरिक्ष, सेमीकंडक्टर और DPI
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत-ब्राजील के बीच अंतरिक्ष, सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी और डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (DPI) जैसे क्षेत्रों में भी साझेदारी को बढ़ावा दिया जाएगा।
तकनीक आधारित सहयोग के लाभ:
- उपग्रह निर्माण और डेटा विश्लेषण में साझा प्रयास
- ब्राजील में भारत की UPI प्रणाली के विस्तार की योजना
- सेमीकंडक्टर उत्पादन और आपूर्ति श्रृंखला को स्थिर करना
कृषि, पोषण और खनिज संसाधनों में भी हुई गहन चर्चा
भारत और ब्राजील के बीच कृषि, खाद्य सुरक्षा, पोषण और महत्वपूर्ण खनिज संसाधनों पर भी व्यापक चर्चा हुई। विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि दोनों देशों के पास इन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की व्यापक संभावनाएं हैं।
प्रमुख समझौते और योजनाएं:
- खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में निवेश
- जलवायु अनुकूल कृषि तकनीकों का साझा विकास
- लिथियम, कोबाल्ट जैसे खनिजों में संयुक्त खनन और उपयोग
भारत ब्राजील साझेदारी: वैश्विक स्थिरता की मजबूत कड़ी
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत की ग्लोबल डिप्लोमैटिक नीति का एक अहम हिस्सा है। द्विपक्षीय बातचीत के दौरान दोनों देशों ने बहुपक्षीय मंचों पर एक-दूसरे के समर्थन का आश्वासन दिया और वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए साथ काम करने की प्रतिबद्धता जताई।
