बिहार के सीमांचल में भारी बारिश का कहर, मौसम विभाग ने 7 दिन का अलर्ट जारी किया
"मानसून ने समय से पहले दी दस्तक इस वर्ष भारत में मानसून ने समय से पहले ही अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है। इसकी शुरुआत का असर बिहार में विशेष रूप से सीमांचल के जिलों में देखा जा रहा है। मौसम विभाग ने बिहार के पूर्णिया, अररिया, किशनगंज और आसपास के जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। आने वाले सात दिनों में इन क्षेत्रों में लगातार बारिश होने की संभावना है।"
सीमांचल में भारी बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट
बिहार सीमांचल भारी बारिश को लेकर पूर्णिया मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव क्षेत्र और पश्चिमी विक्षोभ मिलकर मानसून को तेज कर रहे हैं। इसी कारण सीमांचल क्षेत्र में भारी वर्षा और वज्रपात का खतरा बना हुआ है। हवा की गति 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है।
मानसून के असर से नेपाल की नदियों में भी जलस्तर बढ़ा
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, नेपाल में लगातार हो रही बारिश से सीमांचल की नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इससे बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है, जिसके लिए जिला प्रशासन ने पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं।
प्रभावित जिले: पूर्णिया, अररिया, किशनगंज
इन जिलों में भारी बारिश के साथ-साथ वज्रपात और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की गई है। लोगों को घरों में सुरक्षित रहने और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव दलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
अगले तीन महीने बिहार में भारी वर्षा की संभावना
पूर्णिया मौसम केंद्र के वैज्ञानिक वीरेंद्र कुमार झा के अनुसार, “इस बार बिहार में तीन महीने तक अच्छी बारिश की संभावना है। मानसून की तेज़ी से सीमांचल में अगले 24 घंटे के भीतर भारी वर्षा की स्थिति बन सकती है।”
क्या करें, क्या न करें: सुरक्षा के उपाय
करें:
बिजली गिरने की चेतावनी के समय घर में ही रहें
मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग सीमित करें
प्रशासन द्वारा जारी अलर्ट का पालन करें
न करें:
खुले मैदान या जलजमाव वाले क्षेत्रों में न जाएं
तेज बारिश और हवा में पेड़ों के नीचे खड़े न हों
नदी या तालाब में नहाने से बचें
जिला प्रशासन ने बाढ़ से निपटने की तैयारी की
बिहार सीमांचल भारी बारिश की आशंका को देखते हुए, जिला प्रशासन ने सभी जिलों में राहत कैंप की व्यवस्था की है। नाव, खाद्य सामग्री, और प्राथमिक उपचार के लिए टीमें तैनात की गई हैं। साथ ही, पंचायत स्तर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
मौसम विभाग का ताजा अपडेट
मानसून की प्रगति: तेज़
वर्तमान स्थिति: सिक्किम तक पहुंचा
बिहार में प्रवेश: 24 घंटे के भीतर
मुख्य कारण: बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव क्षेत्र और पश्चिमी विक्षोभ
भविष्य की स्थिति और तैयारी
मौसम विभाग के अनुसार, यह मौसम चक्र अगले कुछ हफ्तों तक बना रह सकता है। इसके चलते किसानों, व्यापारियों, विद्यार्थियों और दैनिक यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। सरकार की ओर से भी राहत कार्यों की निगरानी बढ़ा दी गई है।
"बिहार के सीमांचल क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों को आने वाले सात दिनों तक सतर्क रहने की ज़रूरत है। समय पर अलर्ट और प्रशासन के निर्देशों का पालन करके आप अपने परिवार और आस-पास के लोगों को सुरक्षित रख सकते हैं।"