मध्य प्रदेश में दबंगों की बर्बरता, किसान की हत्या; पत्नी और बच्चों की जान बची
मध्य प्रदेश में दबंगों का अत्याचार: किसान की पेड़ से बांधकर बर्बरता से हत्या, पुलिस ने की कार्रवाई
"मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के खैरी गांव में दबंगों ने एक किसान के साथ अत्याचार की सारी सीमाएँ पार कर दीं। किसान शंकर पटेल को नग्न कर पेड़ से बांध दिया और बर्बरता से उसकी पिटाई की, जिसके कारण उसकी दर्दनाक मौत हो गई। यह मामला अब चर्चा का विषय बन गया है और पुलिस ने इस मामले में नौ आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस घटना ने मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था की गंभीरता पर सवाल उठाए हैं।"
घटना का विवरण
यह घटना बमीठा थाना क्षेत्र के खैरी गांव की है, जहां शंकर पटेल अपने परिवार के साथ खेत में मवेशियों को निकाल रहे थे। इस दौरान उनका सामना गांव के दबंग नोनेलाल पटेल और उसके परिवार से हुआ, जिसके बाद दोनों के बीच कहासुनी हो गई। गुस्से में आकर नोनेलाल पटेल और उसके परिवार के सदस्यों ने शंकर पटेल को पकड़ लिया, उसे नग्न किया और एक पेड़ से बांध दिया। इसके बाद उन्होंने लाठी-डंडों से शंकर की पिटाई शुरू कर दी और उसे पीट-पीट कर मार डाला।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
पुलिस ने इस जघन्य अपराध के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करते हुए नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। अब तक पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीन आरोपी फरार हैं। एएसपी विदिता डागर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले की तफ्तीश को आगे बढ़ाया है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों में नोने पटेल, रामप्यारे पटेल, किशोरी लाल पटेल, सखी पटेल, अनीता पटेल और रामकुमारी पटेल को शामिल किया है।
पहले भी हुआ था अपराध
यह घटना और भी चौंकाने वाली है क्योंकि साल
2003 में भी इन्हीं दबंगों ने शंकर पटेल के ससुर को मार डाला था। ऐसे में यह सवाल उठता है कि दबंगों के खिलाफ कानून का डर क्यों नहीं था और किस तरह से उनका उत्पीड़न लगातार चलता रहा। शंकर की पत्नी ने पुलिस से शिकायत की कि इन दबंगों ने पहले भी उनके परिवार के सदस्य को मार डाला था और अब उनके पति की भी हत्या कर दी। इससे यह साबित होता है कि इन दबंगों की स्थिति लगातार बढ़ रही थी और स्थानीय प्रशासन ने इनकी गतिविधियों पर कभी कड़ी नजर नहीं डाली।
नाबालिग के अपहरण और दुष्कर्म के आरोप में माब लिंचिंग
इसी बीच, मध्य प्रदेश में एक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां इंदौर के चंदननगर थाना क्षेत्र में माब लिंचिंग की घटना हुई। यहां एक युवक को नाबालिग लड़की के अपहरण और दुष्कर्म के आरोप में भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला। यह घटना सिरपुर क्षेत्र के राम बलराम नगर में हुई, जहां विष्णु दीनू यादव नामक व्यक्ति को बच्ची के साथ टेंट हाउस के गोदाम में पकड़ा गया। वहां उसकी लिंचिंग की गई और फिर उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी बाद में मौत हो गई।
पुलिस जांच और मौत की वजह
पुलिस ने कहा कि विष्णु के शरीर पर चोट के निशान थे और अंदरूनी चोटें भी पाई गईं। डॉक्टरों ने उसे उपचार के बाद घर भेज दिया था, लेकिन शाम को उसकी मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी है और शव का परीक्षण होने के बाद मौत की असली वजह का पता चल सकेगा। इस घटना ने मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए हैं, खासकर माब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं को लेकर।
"मध्य प्रदेश में हाल ही में हुई इन जघन्य घटनाओं ने पूरे राज्य में भय और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। जहां एक ओर दबंगों की बर्बरता ने एक किसान की जान ले ली, वहीं दूसरी ओर माब लिंचिंग ने एक और निर्दोष की जान ली। इन घटनाओं ने यह सवाल उठाया है कि क्या राज्य में कानून का राज कायम है? पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है, लेकिन अब यह देखना होगा कि आरोपियों को न्याय मिलता है या नहीं। कानून की मजबूती और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।"