चारधाम यात्रा 2025 में रिकॉर्ड तीर्थयात्री पहुंचे, 39 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
चारधाम यात्रा 2025 में तीर्थयात्रियों ने बनाया नया रिकॉर्ड
“उत्तराखंड की चारधाम यात्रा 2025 इस बार ऐतिहासिक बन गई है। गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब में इस साल अब तक 39 लाख 92 हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। यह एक नया कीर्तिमान है जो राज्य की धार्मिक और पर्यटन क्षेत्र में लगातार बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।”
अब तक के रजिस्ट्रेशन और दर्शन का विवरण
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि अब तक:
- कुल 49,41,527 श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है।
- गंगोत्री में: 6,47,571 श्रद्धालु
- यमुनोत्री में: 5,73,812 श्रद्धालु
- केदारनाथ में: 13,91,348 श्रद्धालु
- बदरीनाथ में: 11,63,867 श्रद्धालु
- हेमकुंड साहिब में: 2,16,305 श्रद्धालु
यह आँकड़े अब तक की चारधाम यात्रा में सबसे अधिक हैं।
हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की योजना
पर्यटन मंत्री ने हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाए जाने की भी योजना की घोषणा की। उन्होंने बताया कि इससे:
- हरिद्वार को अंतरराष्ट्रीय तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जा सकेगा।
- लंदन, न्यूयॉर्क जैसे शहरों से सीधी उड़ानों की सुविधा संभव होगी।
- प्रवासी भारतीय अपने पूर्वजों की अस्थि विसर्जन की धार्मिक परंपरा को और अधिक सुविधाजनक रूप से निभा सकेंगे।
इसके लिए दो संभावित स्थल चिन्हित किए गए हैं, जिन पर जल्द निर्णय लिया जाएगा।
चारधाम यात्रा: श्रद्धा, संस्कृति और पर्यटन का संगम
चारधाम यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह उत्तराखंड की पर्यटन, अर्थव्यवस्था और रोजगार का भी एक महत्वपूर्ण स्त्रोत है। इस यात्रा से:
- स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता है।
- होटल, परिवहन, गाइडिंग सेवा और छोटे व्यवसायों को प्रोत्साहन मिलता है।
- राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य की छवि मजबूत होती है।
लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होगा ये कीर्तिमान
मंत्री ने कहा कि इस ऐतिहासिक रजिस्ट्रेशन और तीर्थदर्शन संख्या को "लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड" में दर्ज कराने की योजना है, जिससे राज्य को वैश्विक पहचान मिलेगी।
