दिल्ली को मिला 1 लाख करोड़ का ऐतिहासिक बजट: सीएम रेखा गुप्ता ने गढ़ी ‘विकसित दिल्ली’ की नई रूपरेखा
“दिल्ली की नवनिर्वाचित भाजपा सरकार ने 27 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद राजधानी के लिए एक ऐतिहासिक बजट पेश किया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने कार्यकाल का पहला और दिल्ली के इतिहास का सबसे बड़ा 1 लाख करोड़ रुपये का बजट विधान सभा में पेश किया।“
इस बजट के साथ ही ‘विकसित दिल्ली’ की नई कहानी शुरू होती दिखाई दे रही है।
🔹 “यह साधारण बजट नहीं है” – सीएम रेखा गुप्ता
विधानसभा में बजट पेश करते हुए मुख्यमंत्री ने इसे “दिल्ली के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण और दूरदर्शी बजट” बताया। उन्होंने कहा:
“यह केवल सरकारी खर्चों का लेखा-जोखा नहीं, बल्कि दिल्ली को गौरवशाली अतीत और उज्ज्वल भविष्य का संगम बनाने वाला बजट है।”
🔹 अब तक का सबसे बड़ा बजट
वर्ष | बजट (₹ करोड़ में) |
---|---|
2023 | 78,800 |
2024–25 | 76,000 |
2025–26 | 1,00,000 (31.5% अधिक) |
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के शासन में जहां बजट घटता रहा, वहीं इस बार भाजपा सरकार ने रिवर्स गियर हटाकर प्रगति का एक्सीलरेटर दबाया है।
🔹 बजट में किसे क्या मिला?
यह बजट चार प्रमुख स्तंभों पर केंद्रित है:
1. शिक्षा क्षेत्र में निवेश
- सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम
- नई शिक्षा नीति के अनुसार शिक्षक प्रशिक्षण
- डिजिटल शिक्षा सामग्री व लैपटॉप वितरण योजना
- लड़कियों के लिए विशेष छात्रवृत्ति योजना
2. स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती
- 10 नए मोहल्ला क्लीनिक
- सरकारी अस्पतालों में AI आधारित उपकरण
- महिला व बुजुर्गों के लिए हेल्थ कार्ड योजना
- आपातकालीन एम्बुलेंस नेटवर्क का विस्तार
3. परिवहन और आधारभूत संरचना
- नई इलेक्ट्रिक बसें
- मेट्रो नेटवर्क विस्तार
- फ्लाईओवर और सड़कों का आधुनिकीकरण
- डिजिटल ट्रैवल कार्ड की शुरुआत
4. सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण
- महिला सुरक्षा के लिए CCTV कैमरे और स्ट्रीट लाइट
- स्वरोजगार के लिए युवाओं को ब्याज रहित ऋण
- दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सामाजिक सहायता
🔹 दिल्ली को मिलेगा समग्र विकास का रास्ता
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा:
“यह बजट न केवल आंकड़ों का पिटारा है, बल्कि एक दूरदर्शी योजना है जो हर दिल्लीवासी के जीवन को बेहतर बनाएगा।”
बजट का फोकस:
- विकास + कल्याण = समावेशी प्रगति
- हर क्षेत्र को मिला संतुलित आवंटन
- नई दिल्ली से सीमावर्ती इलाकों तक विकास
🔹 पिछली सरकार पर निशाना
सीएम रेखा गुप्ता ने आम आदमी पार्टी की पूर्व सरकार को “दिल्ली की अर्थव्यवस्था की दीमक” बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि:
- दिल्ली जल बोर्ड, डीटीसी, एमसीडी जैसे संस्थान घाटे में डूबे
- विकास दर रुकी रही
- बजट घटता गया, जबकि महंगाई बढ़ती रही
🔹 पीएम मोदी के विजन को बताया प्रेरणा
रेखा गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के संकल्प को इस बजट की प्रेरणा बताया। उन्होंने डॉ. अंबेडकर, गांधी जी और दीन दयाल उपाध्याय के सिद्धांतों को भी याद किया।
🔹 जनता की भागीदारी
दिल्ली सरकार को 10,000 से अधिक सुझाव ईमेल और वॉट्सएप के माध्यम से प्राप्त हुए। इन सुझावों को बजट में प्राथमिकता के अनुसार शामिल किया गया।
यह बजट जनभागीदारी का प्रतीक है।
🔹 आगे की प्रक्रिया
- 26 मार्च: विधानसभा में बजट पर विस्तार से चर्चा
- 27 मार्च: बजट पर बहस और मतदान
- सभी विधायक योजनाओं पर अपनी राय देंगे
निष्कर्ष
दिल्ली बजट 2025–26 केवल आंकड़ों का दस्तावेज नहीं, बल्कि राजधानी के भविष्य का रोडमैप है। इस बजट ने न केवल देशभर में चर्चा छेड़ी है, बल्कि यह संदेश भी दिया है कि दिल्ली अब सिर्फ राजनीति नहीं, बल्कि विकास की राजधानी बनने की दिशा में अग्रसर है।
रेखा गुप्ता की अगुवाई में दिल्ली ने ‘विकसित दिल्ली’ की ओर पहला ऐतिहासिक कदम रख दिया है।