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पीएम मोदी ने दिल्ली में 200 नई इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत की

"दिल्ली इलेक्ट्रिक बसें अभियान को नई ऊर्जा मिली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी में 200 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह कदम न केवल शहर के सार्वजनिक परिवहन को स्वच्छ और हरित बनाने की दिशा में है, बल्कि यह दिल्ली के लोगों के जीवन की सुगमता को भी बेहतर बनाएगा।"


सार्वजनिक परिवहन में इलेक्ट्रिक बसों की बढ़ती भूमिका

दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के सहयोग से यह पहल हुई है। इससे साफ जाहिर होता है कि दोनों सरकारें पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण को लेकर गंभीर हैं। यह 200 नई दिल्ली इलेक्ट्रिक बसें राजधानी की सड़कों पर दौड़ेंगी, जिससे डीजल पर निर्भरता घटेगी और वायु गुणवत्ता में सुधार होगा।


विश्व पर्यावरण दिवस पर खास पहल

इस योजना की शुरुआत विश्व पर्यावरण दिवस के दिन हुई, जो इस पहल को और भी अधिक महत्व देती है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और पर्यावरण सुरक्षा को लेकर सभी नागरिकों से मिलकर काम करने की अपील की।


दिल्ली की नई ट्रिपल इंजन सरकार की प्राथमिकता

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में बनी नई सरकार ने घोषणा की है कि इस साल के अंत तक 2000 से अधिक इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली की सड़कों पर चलाई जाएंगी। यह दिल्ली इलेक्ट्रिक बसें योजना का विस्तार होगा, जो शहर को 100% इलेक्ट्रिक सार्वजनिक परिवहन की दिशा में ले जाएगा।


दिल्ली इलेक्ट्रिक व्हीकल इनिशिएटिव (DEVI) योजना

यह पहल दिल्ली की मौजूदा DEVI योजना के तहत की गई है। इस योजना का मकसद शून्य उत्सर्जन परिवहन को प्रोत्साहन देना है। पिछले महीने ही सीएम रेखा गुप्ता ने 400 नई ई-बसों को हरी झंडी दिखाई थी। अब पीएम मोदी द्वारा और 200 बसों को लॉन्च करने से यह स्पष्ट है कि सरकार इस दिशा में तेजी से काम कर रही है।


जीवन की सुगमता और नागरिकों को लाभ

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह पहल ‘जीवन की सुगमता’ को भी बेहतर बनाएगी। लोग साफ, शोररहित और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव करेंगे। वहीं, पर्यावरणीय लाभों के अलावा यह योजना रोज़गार के अवसर भी पैदा करेगी।


दिल्ली में 100% इलेक्ट्रिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट का लक्ष्य

भविष्य में दिल्ली सरकार का लक्ष्य है कि सार्वजनिक परिवहन प्रणाली पूरी तरह से इलेक्ट्रिक हो। इसके लिए बस डिपो का विद्युतीकरण, चार्जिंग स्टेशन की स्थापना, और सस्ती यात्रा सुनिश्चित करना शामिल है।


पर्यावरण के लिए बड़ा योगदान

दिल्ली इलेक्ट्रिक बसें सिर्फ परिवहन नहीं हैं, यह पर्यावरण संरक्षण का भी एक मजबूत कदम हैं। ये बसें CO2 और अन्य हानिकारक गैसों का उत्सर्जन नहीं करतीं, जिससे वायु की गुणवत्ता में सुधार होता है। साथ ही यह पहल जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने की दिशा में भी अहम है।


प्रधानमंत्री की पहल और जनभागीदारी

प्रधानमंत्री ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर बसों की तस्वीरें साझा कीं, जिसमें उनके साथ उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी नजर आए। इससे सरकार की पर्यावरण और ट्रांसपोर्ट सुधार में साझेदारी की भावना भी उजागर होती है।


भविष्य की योजनाएं

  • इस वर्ष के अंत तक दिल्ली में कुल 2000 इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगी।
  • चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए नए स्टेशन बनेंगे।
  • महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सुविधाएं जोड़ी जाएंगी।
  • इलेक्ट्रिक बसों की मॉनिटरिंग के लिए स्मार्ट तकनीक का इस्तेमाल होगा।

"दिल्ली इलेक्ट्रिक बसें न सिर्फ राजधानी को एक साफ-सुथरा और पर्यावरण-अनुकूल शहर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं, बल्कि यह पहल आने वाले समय में अन्य राज्यों के लिए भी एक उदाहरण बन सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की यह संयुक्त पहल यह संदेश देती है कि पर्यावरण की रक्षा और सार्वजनिक सुविधा दोनों साथ चल सकते हैं।"

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